मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, तीन मई, 2025 को जारी ताजा अपडेट में विभिन्न मौसमी गतिविधियों का जिक्र किया है। विभाग ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर दक्षिण पंजाब और उससे सटे उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी हरियाणा पर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है।
वहीं, निचले स्तरों पर दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में हवाओं का ट्रफ और चक्रवाती प्रसार के बने होने का भी उल्लेख किया गया है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते तीन से छह मई, 2025 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ, बिजली गिरने तथा हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान लगाया गया है।
वहीं आज, तीन मई को हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों ओलावृष्टि का भी अंदेशा जताया गया है।
उत्तर के मैदानी इलाकों पर भी पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती प्रसार का असर दिखेगा। तीन से लेकर छह मई के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में बिजली कड़कने, 40 से 60 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।
कल, यानी चार मई को राजस्थान के अलग-अलग इलाकों, चार और पांच मई को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तथा पांच मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में 70 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है।
तीन से पांच मई, 2025 के दौरान राजस्थान के अलग-अलग स्थानों हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने का भी अंदेशा जताया गया है।
पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग की मानें तो आज, तीन से लेकर पांच मई, 2025 तक बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य प्रदेश, विदर्भ तथा छत्तीसगढ़ में 60 किमी प्रति घंटे तक की गति की तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
आज, यानी तीन मई को पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड, तीन और चार मई को ओडिशा में 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ बूंदाबांदी होने का अनुमान लगाया गया है। साथ ही तीन और चार मई को ओडिशा के कुछ हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के भी आसार जताए गए हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
तीन मई, 2025 को सिक्किम, ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में ओले गिरने की आशंका जताई गई है, जबकि तीन और चार मई को पूर्वी मध्य प्रदेश में ओलावृष्टि के दौर के जारी रहने के आसार हैं।
पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले एक सप्ताह के दौरान पूर्वोत्तर भारत में बिजली गिरने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने तथा हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान लगाया गया है।
पश्चिम भारत में आंधी-तूफान, बारिश व वज्रपात
तीन से आठ मई, 2025 के दौरान गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में बिजली कड़कने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले एक हफ्ते के दौरान कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, रायलसीमा, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात व हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
वहीं, तीन मई को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, पांच और छह मई को उत्तर आंतरिक कर्नाटक में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से आंधी-तूफान का अंदेशा जताया गया है। तीन और छह मई को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों तथा तीन मई को तटीय आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है, यहां अगले तीन दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। इसी दौरान मध्य और पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में भी कोई खास बदलाव नहीं होगा।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, विदर्भ के अकोला में अधिकतम तापमान 44.9 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में नई दिल्ली के पालम में न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, दो मई को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के कई इलाकों, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, दो मई को केरल के पुनालुर में 6 सेमी, तिरुवनंतपुरम में 4 सेमी, तमिलनाडु के कुन्नूर में 2 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 3 सेमी, हिमाचल प्रदेश के शिमला में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।