आज कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश की आशंका जताई गई है, पश्चिम के इन हिस्सों में भी सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। 
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मौसम अपडेट: डिप्रेशन में तब्दील होने वाला है लो-प्रेशर, कई इलाकों में बिगड़ेंगे हालात

कम दबाव के अगले तीन से चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन में तब्दील होकर और खतरनाक होने के आसार हैं।

Dayanidhi

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, पूर्व मध्य और उससे सटे लक्षद्वीप और दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अगले तीन से चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन में तब्दील होकर और खतरनाक होने के आसार हैं। वहीं, लक्षद्वीप और दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर चक्रवाती प्रसार जारी है, पूर्वी असम और इससे सटे इलाकों पर भी एक और चक्रवाती प्रसार बना हुआ है

कम दबाव व चक्रवाती प्रसार संबंधी मौसमी गतिविधियों के चलते भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के लक्षद्वीप, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अधिकतर हिस्सों में इस हफ्ते गरज के सात हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा साथ ही वज्रपात के भी आसार जताए गए हैं। इसी दौरान उत्तर आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में भी तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा बारिश होने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग ने कहा है कि आज, यानी 10 अक्टूबर को केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, लक्षद्वीप और तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, दक्षिणी प्रायद्वीप के इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

चक्रवाती प्रसार संबंधी गतिविधियों के चलते पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले पांच दिनों तक उत्तर पूर्व भारत के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि अगले दो दिनों के दौरान पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बूंदाबांदी तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है

आज,10 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान लगाया गया है, इन तीन राज्यों में बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।

पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव देखें तो इस हफ्ते के दौरान कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका है। वहीं आज कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश की आशंका जताई गई है, पश्चिम के इन हिस्सों में भी सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

उत्तर-पश्चिम, पूर्व और मध्य भारत में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो अगले एक सप्ताह के दौरान यहां भारी बारिश होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। उत्तर के पहाड़ी हिस्सों को छोड़कर जहां सुबह-शाम हल्की ठंड पड़ने लगी है, मैदानी इलाकों में अभी भी उमस भरी गर्मी से निजात मिलना कठिन लग रहा है।

मौसम विभाग की ओर से जारी अपडेट के मुताबिक आज 10 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर में आसमान के साफ रहने का अनुमान है। इस दौरान पारे के 35 डिग्री सेल्सियस तक छलांग लगाने के आसार हैं। हालांकि रात में हल्की ठंड महसूस हो सकती है। ऐसे में यहां न्यूनतम तापमान के 23 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़कने का अनुमान है।

समुद्री इलाके जो मौसम में बदलाव करने के लिए जाने जाते हैं, यहां तापमान और हवाओं की गतिविधि संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो आज, मालदीव, लक्षद्वीप, कोमोरिन के इलाकों, दक्षिण-पूर्व अरब सागर और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम अरब सागर, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के तटों और निकटवर्ती पूर्व मध्य अरब सागर और मन्नार की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की गई है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

देश के कई हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून विदा ले चूका है, जबकि अन्य हिस्सों से विदाई की प्रक्रिया जारी है। मौसम विभाग की मानें तो मॉनसून की वापसी की रेखा नौतनवा, सुल्तानपुर, पन्ना, नर्मदापुरम, खरगोन, नंदुरबार, नवसारी से होकर गुजर रही है। अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों और बिहार के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी हो सकती है

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, सौराष्ट्र और कच्छ के भुज में अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, नौ अक्टूबर को लक्षद्वीप के कई इलाकों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, केरल और माहे के अधिकतर हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, असम और मेघालय, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, विदर्भ, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।