केदारनाथ धाम में बर्फबारी और बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे पूरी केदार घाटी में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।  
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केदार घाटी में ठंड का प्रकोप, पूर्वोत्तर व दक्षिण भारत में भारी बारिश जारी

उत्तर भारत में अब मौसम शुष्क और ठंडा होने लगा है, जबकि दक्षिण भारत में पूर्वोत्तर मानसून की शुरुआत होने की संभावना है, जो मुख्य रूप से अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में सक्रिय होता है।

Dayanidhi

  • तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, असम, मेघालय सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी बारिश (64.5-115.5 मिमी) की संभावना, येलो अलर्ट जारी।

  • गुजरात, एमपी, यूपी और महाराष्ट्र से मानसून विदा ले रहा है; वहीं, दक्षिण भारत में पूर्वोत्तर मानसून सक्रिय होने को तैयार।

  • दिल्ली में अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 20.6 डिग्री सेल्सियस, मौसम साफ हुआ सुहावना, गर्मी से राहत।

  • उत्तराखंड के केदारनाथ धाम और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी और बारिश के कारण पूरी घाटी में कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है।

मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 10 अक्टूबर, 2025 को जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश के कई हिस्सों में चक्रवाती प्रसार बना हुआ है, जिससे कुछ राज्यों में भारी बारिश और गरज-चमक के साथ आंधी-तूफान के आसार हैं। वहीं उत्तर और मध्य भारत में धीरे-धीरे मानसून की वापसी जारी है।

वर्तमान में भारत के विभिन्न हिस्सों में चक्रवातीय प्रसार सक्रिय हैं। दक्षिण बांग्लादेश और उसके आस-पास के इलाकों, कोमोरिन के हिस्सों और उसके आसपास चक्रवातीय प्रसार बना हुआ है। वहीं दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उत्तरी केरल के अलग-अलग हिस्सों, मध्य असम और आसपास के इलाकों में चक्रवातीय प्रसार सक्रिय है

एक पश्चिमी विक्षोभ, जो पहले उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर था, अब उत्तर-पूर्व की ओर खिसक चुका है। इन सभी मौसमी स्थितियों का असर भारत के दक्षिण और पूर्वोत्तर हिस्सों में दिखाई देगा।

पूर्वोत्तर व भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से लेकर भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। खासकर असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश होने के आसार हैं। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। यहां विभाग ने बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

इन राज्यों में भारी बारिश के कारण कुछ हिस्सों में जलभराव और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग के द्वारा किसानों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

दिल्ली-एनसीआर में मौसमी बदलाव की बात करें तो यहां रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। ठंडी हवाएं चलने से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक, नौ अक्टूबर, 2025 को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.3 डिग्री कम यानी 29.9 डिग्री रेकॉर्ड किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.4 डिग्री की गिरावट के साथ 20.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, 10 अक्टूबर, 2025 को दिल्ली में आसमान साफ रहेगा और धूप खिलेगी। इस दौरान अधिकतम तापमान के 31 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान के 19 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

उत्तराखंड में मौसम के मिजाज में बदलाव देखें तो, देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आज उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जनपदों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने अनुमान है। वहीं केदारनाथ धाम में बर्फबारी और बारिश का सिलसिला पिछले तीन दिनों से जारी है, जिससे पूरी केदार घाटी में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। हालांकि केदार घाटी में बर्फबारी आमतौर पर कपाट बंद होने के बाद होती है

आंधी-तूफान और वज्रपात के आसार

कुछ राज्यों में केवल बारिश ही नहीं, बल्कि आंधी-तूफान के साथ बिजली गिरने का अंदेशा भी जताया गया है। कर्नाटक और तेलंगाना में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

इसके अलावा आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, केरल और माहे, लक्षद्वीप, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा तेलंगाना में बरसात के साथ तेज हवाएं चलने तथा वज्रपात का भी अंदेशा है।

इस मौसम के दौरान खुले स्थानों पर बिजली गिरने का खतरा बना रहता है। इसलिए विभाग ने आम जनता को सलाह दी है कि वे बारिश या गरज-चमक के समय घर के अंदर रहें और पेड़ या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों।

दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई

मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब अपने अंतिम चरण में है। आने वाले 24 घंटों के भीतर मानसून गुजरात के शेष हिस्सों, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों तथा महाराष्ट्र के कुछ इलाकों से पूरी तरह वापस हो सकता है।

यह स्थिति दर्शाती है कि उत्तर भारत में अब मौसम शुष्क और ठंडा होने लगेगा, जबकि दक्षिण भारत में पूर्वोत्तर मानसून की शुरुआत होने की संभावना है, जो मुख्य रूप से अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में सक्रिय होता है।

देश के दक्षिण और पूर्वोत्तर हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक मौसम सक्रिय रहेगा। भारी बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं के कारण रोजमर्रा के जीवन पर असर पड़ सकता है। विशेष रूप से किसानों और मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की ताजा जानकारी लेते रहें और जरूरी सावधानियां बरतें।

मौसम विभाग ने कहा है कि बारिश वाले इलाकों में यात्रा करने से पहले स्थिति की जानकारी लें। खेतों में काम कर रहे किसान वज्रपात के समय खुले मैदान में रहने से बचे। जलभराव वाले इलाकों में जानें से बचें।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, नौ अक्टूबर, 2025 को उत्तर प्रदेश के बस्ती में अधिकतम तापमान 38.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, नौ अक्टूबर, 2025 को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों, असम और मेघालय, बिहार, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा ओडिशा में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, नौ अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के सलेम में 6 सेमी, कराईकल में 3 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के ओंगोल में 4 सेमी, तुनी में 3 सेमी, कवाली और मछलीपट्टनम प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

वहीं कल, असम और मेघालय के शिलांग में 2 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के इंफाल में 2 सेमी पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कोलकाता में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।