आज, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के 120 मिमी या उससे अधिक बरसने के आसार हैं। 
मौसम

मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश व राजस्थान समेत कई इलाकों में भारी बारिश की आशंका

पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और आस-पास के इलाकों में बना कम दबाव के क्षेत्र के अगले 12 घंटों के दौरान डिप्रेशन में तब्दील होने का पूर्वानुमान है।

Dayanidhi

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा गया है कि पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और आस-पास के इलाकों में बना कम दबाव का क्षेत्र आज, यानी 11 सितंबर को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे तक यहीं बना हुआ था। इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। अगले 12 घंटों के दौरान इसके इसी क्षेत्र में डिप्रेशन में तब्दील होने का पूर्वानुमान है

वहीं मॉनसून ट्रफ सक्रिय है और यह समुद्र तल पर अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में है। इसके अगले तीन से चार दिनों तक ऐसा ही बने रहने का अनुमान है। दक्षिण गुजरात के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार जारी है

मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधि को देखते हुए आज, यानी 11 सितंबर को पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश, यानी 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बारिश तथा कुछ हिस्सों में अत्यंत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 20 सेमी (200 मिमी) से अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

वहीं आज, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसेंगे बादल, इन राज्यों में बादलों के 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।

आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट के इलाकों, गुजरात, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, इन सभी राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे ज्यादा गिर सकता है पानी।

वहीं कल, पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश, यानी 160 मिमी तक बरसे बादल, जबकि, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश हुई, यहां 90 मिमी तक बारिश दर्ज की गई।

मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं

बुधवार 11 सितंबर 2024 को मौसम का पूर्वानुमान व चेतावनी

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

आज, पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम के उत्तरी हिस्सों और उससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर, श्रीलंका तट, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के निकटवर्ती इलाकों, उत्तरी आंध्र प्रदेश तट पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज मन्नार की खाड़ी में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई हैं।

आज, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के पश्चिमी इलाकों और पश्चिम-मध्य अरब सागर के निकटवर्ती हिस्सों, सोमालिया तट तथा तमिलनाडु तट पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में गुजरात के बुलसर में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल,10 सितंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तराखंड, केरल और माहे के कई इलाकों, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली तथा पंजाब के कुछ हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, असम और मेघालय, पूर्वी राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, सौराष्ट्र और कच्छ, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा पश्चिम राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।