केदारनाथ में तापमान माइनस 14 डिग्री सेल्सियस और हिमाचल के ताबो में माइनस 4.7 डिग्री सेल्सियस, चार व पांच दिसंबर को हिमाचल के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के आसार।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ी, वायु गुणवत्ता बहुत खराब’ श्रेणी में
रात का तापमान आठ डिग्री सेल्सियस, दिन का 23 डिग्री सेल्सियस, पांच दिसंबर तक शीतलहर की संभावना नहीं, पर एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में।
दक्षिण भारत में चक्रवात ‘दित्वाह’ का असर: तमिलनाडु, पुडुचेरी तट के पास बना डीप डिप्रेशन, आज डिप्रेशन में बदलने की संभावना, भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी।
आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के गुंटूर, कृष्णा, प्रकाशम, नेल्लोर, चित्तूर और कडप्पा जिलों में अचानक बाढ़ की आशंका।
देश के कई हिस्सों में दिसंबर की शुरुआत के साथ मौसम ने करवट लेनी शुरू कर दी है। कहीं पहाड़ों में कड़ाके की ठंड बढ़ रही है, तो कहीं मैदानों में तापमान लगातार नीचे गिर रहा है।
दक्षिण भारत में चक्रवात ‘दित्वाह’ के चलते समुद्र के ऊपर बने डिप्रेशन के कारण कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है। कुल मिलाकर, देश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम अलग-अलग रंग दिखा रहा है।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, एक दिसंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा गया है कि दिसंबर के पहले ही दिन उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली है।
जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस से भी कम तक पहुंच गया है।
उत्तराखंड और पंजाब के कुछ स्थानों पर भी तापमान काफी नीचे चला गया है। दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तापमान छह से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस पंजाब के अमृतसर में दर्ज किया गया, जिससे यह राज्य उत्तर भारत में सबसे ठंडा रहा।मौसम विभाग के अनुसार, ये तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस से तीन डिग्री सेल्सियस कम हैं।
कई राज्यों-जैसे आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, ओडिशा, छत्तीसगढ़ में भी तापमान सामान्य से काफी कम रिकॉर्ड किया जा रहा है। मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, केरल और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी ठंड में इजाफा दर्ज किया गया है।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा तापमान?
उत्तर-पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों में तापमान के दो से चार डिग्री सेल्सियस तक गिरने की आशंका जताई गई है। इसके बाद मौसम लगभग स्थिर रहेगा।
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो यहां अगले तीन दिनों में मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी जा सकती है।
महाराष्ट्र का तापमान देखें तो विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटे तापमान में कोई खास बदलाव होने का अनुमान नहीं है। लेकिन उसके बाद अगले चार दिनों में तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस बढ़ सकता है।
मध्य भारत में पूरे सप्ताह तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं दिख रही है। इस तरह देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग तरह से तापमान बदल रहा है।
उत्तराखंड: आसमान साफ, लेकिन ठंड बेहद कड़ी
आज एक दिसंबर, 2025 को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने के बावजूद उत्तराखंड में मौसम पूरी तरह साफ रहने वाला है। तेज धूप दिन में थोड़ी गर्माहट देगी, लेकिन सुबह और शाम की सर्दी काफी तीखी होगी। मौसम यात्रा के लिए अनुकूल रहेगा, लेकिन लोगों को गर्म कपड़ों का विशेष ध्यान रखना होगा।
सबसे ठंडा इलाका केदारनाथ रहा, जहां तापमान माइनस 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह तापमान बेहद कड़ाके की ठंड का संकेत है।
हिमाचल में शुष्क मौसम, पर चार और पांच दिसंबर को बर्फबारी की संभावना
हिमाचल प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में मौसम फिलहाल शुष्क बना हुआ है। हालांकि लाहौल-स्पीति में तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखी गई है। ताबो में न्यूनतम तापमान मानस 4.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जा रहा है।
मौसम विभाग, शिमला के अनुसार, चार और पांच दिसंबर को ऊंचे पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। बिलासपुर और मंडी जिलों में घने कोहरे के दो दिसंबर तक बने रहने के आसार हैं। हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर भी घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है।
जम्मू और कश्मीर: तीन दिसंबर तक मौसम के शुष्क रहने का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि तीन दिसंबर तक जम्मू और कश्मीर के अधिकतर इलाकों में बारिश की कोई संभावना नहीं है। हालांकि चार और पांच दिसंबर को मौसम बादलों से घिर सकता है और कई ऊंचे पहाड़ी इलाकों में हल्की बर्फबारी के आसार बने हुए हैं।
दिल्ली-एनसीआर: सर्द रातें, दिन में हल्की धूप
दिल्ली-एनसीआर में नवंबर के अंत से ही रातें ठंडी होने लगी थीं और अब एक दिसंबर को रात का तापमान आठ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। दिन में तापमान के करीब 23 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। ठंड भले बढ़ रही है, लेकिन पांच दिसंबर तक शीतलहर चलने की आशंका नहीं है। हवा की गुणवत्ता (एक्यूआई) अभी भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।
महाराष्ट्र व पंजाब में शीतलहर की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और पंजाब के कुछ हिस्सों में शीतलहर (कोल्ड वेव) चलने का अंदेशा जताया गया है।
दक्षिण भारत में डिप्रेशन सक्रिय- भारी बारिश का खतरा
तमिलनाडु और पुडुचेरी तट के पास चक्रवाती तूफान 'दित्वाह' के कारण समुद्र में बना गहरा दबाव (डीप डिप्रेशन) अभी भी सक्रिय है। 30 नवंबर की रात तक यह गतिविधि चेन्नई और पुडुचेरी से मात्र 90 किलोमीटर की दूरी पर था।
डीप डिप्रेशन उत्तर दिशा में आगे बढ़ रहा है और आज, एक दिसंबर, 2025 की दोपहर तक यह एक सामान्य दबाव (डिप्रेशन) में बदल सकता है। सुबह तक इसका केंद्र तट से सिर्फ 30 किलोमीटर दूर होगा। इस पर लगातार चेन्नई और कराईकल के डॉपलर मौसम रडार नजर रखे हुए हैं।
भारी बारिश और गरज-चमक की चेतावनी
चक्रवाती गतिविधि के चलते आज, एक दिसंबर, 2025 को आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल तथा तेलंगाना में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
बारिश के साथ-साथ कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
समुद्र में उथल-पुथल
मौसम विभाग की मानें तो चक्रवाती तूफान की वजह से दक्षिणी केरल तट, लक्षद्वीप, कोमोरिन क्षेत्र, बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के आसपास 35 से 70 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। समुद्र की स्थिति उग्र रहेगी, इसलिए मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
अचानक बाढ़ की आशंका
चक्रवात ‘दित्वाह’ का असर अभी भी जिसके चलते भारी बारिश की वजह से आने वाले 24 घंटे में आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के इन जिलों गुंटूर, कृष्णा, प्रकाशम, नेल्लोर, चित्तूर, कडप्पा में अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है।
दिसंबर की शुरुआत भारत के लिए मौसम के नजरिए से काफी सक्रिय रही है। उत्तर भारत सर्दी की चपेट में है, पहाड़ों पर तापमान जमाव बिंदु से नीचे जा चुका है, वहीं दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफान के कारण भारी बारिश का दौर जारी है।
आने वाले दिनों में कई राज्यों में तापमान में और गिरावट देखी जाएगी, जबकि कुछ दक्षिणी राज्यों को भारी बारिश और तेज हवाओं के प्रति सावधान रहने की जरूरत है।