सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग दुनिया भर के सभी शहरों में प्रदूषण के स्तर को ट्रैक करने का एक अभूतपूर्व अवसर प्रदान करता है। फोटो साभार: सीएसई
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13 हजार से ज्यादा शहरों में वायु प्रदूषण व सीओ2 उत्सर्जन के क्या हैं हाल, यहां जानें

शोध में कहा गया कि 50 फीसदी से अधिक शहरों में सभी प्रदूषकों के बीच संबंध पाए गए

Dayanidhi

दुनिया भर के 13,000 से ज्यादा शहरी इलाकों में किए गए एक नए व्यापक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने वायु प्रदूषण के स्तर और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन का मानचित्रण किया है, जिससे शहरी पर्यावरण की गुणवत्ता का व्यापक विश्लेषण किया गया है।

यह शोध जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में किए गए इस शोध में सेंट लुइस में वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी और चैपल हिल में उत्तरी कैरोलिना यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मिलकर किया है। शोध में उपग्रह अवलोकन, जमीनी माप और कंप्यूटर मॉडल के आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया, ताकि दुनिया भर में 13,189 शहरी इलाकों में शहर के स्तर पर वायु प्रदूषण और वायुमंडल में छोड़े जाने वाले कार्बन डाइऑक्साइड की औसत मात्रा को मापा जा सके।

शोध में बड़े भू-स्थानीय डेटासेट का उपयोग करके दुनिया भर के 13,189 शहरी क्षेत्रों में वायु प्रदूषण और सीओ2 उत्सर्जन पर नजर रखी गई। साथ ही यह क्षेत्रीय असमानताओं को सामने लाता है, 2005 से 2019 तक के सालों पर आधारित था।

शोध पत्र में शोधकर्ता के हवाले से कहा गया है कि यह इस बात का एक सशक्त चित्रण प्रस्तुत करता है कि दुनिया भर में शहरी वातावरण किस तरह विकसित हो रहा है। यह यह भी दर्शाता है कि प्रगति संभव है, लेकिन असमान है, कुछ शहरों में प्रदूषण की स्थिति खराब हो रही है, जबकि अन्य समय के साथ स्वच्छ हवा का अनुभव कर रहे हैं।

शोध में कहा गया कि 50 फीसदी से अधिक शहरों में सभी प्रदूषकों के बीच संबंध पाए गए, जिससे पता चलता है कि वे हो सकता है एक ही स्रोत से आते हैं और उन्हें एक साथ कम किया जा सकता है। शोध में कहा गया है कि आक्रामक पर्यावरण नीतियों वाले उच्च आय वाले क्षेत्रों के शहरी क्षेत्रों में सभी प्रदूषकों में एक साथ गिरावट देखी गई।

कम्युनिकेशंस अर्थ एंड एनवायरनमेंट में प्रकाशित शोध के मुताबिक, दक्षिण एशिया और अफ्रीका के कुछ इलाकों समेत तेजी से जनसंख्या और आर्थिक विकास से गुजर रहे क्षेत्रों के शहरों में प्रदूषण और उत्सर्जन के स्तर में वृद्धि देखी गई। सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग दुनिया भर के सभी शहरों में प्रदूषण के स्तर को ट्रैक करने का एक अभूतपूर्व अवसर प्रदान करता है।

शोध का नजरिया नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं और जलवायु से जुड़े लोगों को प्रदूषण को कम करने की रणनीतियों की प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए एक मूल्यवान व नया उपकरण प्रदान करता है। ऐतिहासिक प्रदूषक प्रवृत्तियों पर नजर रखने और वायु प्रदूषण, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में सहसंबंधों का विश्लेषण करके, अध्ययन इस बात की जानकारी देता है कि शहरी क्षेत्र जलवायु और सार्वजनिक स्वास्थ्य लक्ष्यों दोनों पर कैसे प्रगति कर सकते हैं।

शोध पत्र में शोधकर्ताओं के हवाले से कहा गया है कि दुनिया भर के शहरों में वायु प्रदूषण को ट्रैक करने के लिए एक इंटरैक्टिव मानचित्र और डैशबोर्ड भी तैयार किया गया है।