लोगों में बर्ड फ्लू थोड़ा कम घातक है, लेकिन फिर भी दुनिया भर में इससे संक्रमित 950 लोगों में से लगभग आधे लोगों की मौत हो चुकी है।  फोटो साभार: आईस्टॉक
स्वास्थ्य

बिल्लियों में बर्ड फ्लू: एक और महामारी का खतरा

साल 2004 से 2024 तक किए गए शोधों में 18 देशों और 12 अलग-अलग प्रकार की बिल्लियों, बाघों सहित कुल 607 बर्ड फ्लू संक्रमण पाए गए, जिनमें से 302 मौतें हुईं

Dayanidhi

एक नए शोध में कहा गया है कि बर्ड फ्लू (एच5एन1) के तेजी से मानव महामारी में बदलने का अंदेशा है। शोध में बिल्लियों में बर्ड फ्लू का विश्लेषण किया गया है। एक मनुष्य से दूसरे में फैलने से बचने में मदद के लिए बिल्लियों की तत्काल निगरानी करने का सुझाव दिया गया है। यह शोध यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं के द्वारा किया गया है।

शोध पत्र में शोधकर्ता के हवाले से कहा गया है कि वायरस विकसित हो गया है, यह पक्षियों से बिल्लियों तक और अब गायों और बिल्लियों, बिल्लियों से लोगों के बीच फैलना बहुत चिंताजनक है। जैसे-जैसे गर्मियां करीब आ रही हैं, खेतों और जंगलों में इसके मामलों के फिर से बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

बर्ड फ्लू बिल्लियों के लिए बहुत घातक है और यह पता लगाने की तत्काल जरूरत है कि बिल्लियों की आबादी में वायरस कितना फैल चुका है, ताकि लोगों में फैलने वाले खतरे का बेहतर आकलन किया जा सके।

साल 2004 से 2024 तक के आंकड़ों को शामिल करते हुए, शोध पत्रों की वैश्विक समीक्षा में 18 देशों और 12 प्रकार की बिल्ली प्रजातियों, पालतू बिल्लियों से लेकर बाघों तक में 607 बर्ड फ्लू संक्रमण पाए गए, जिनमें 302 मौतें शामिल हैं। बर्ड फ्लू के लिए बिल्लियों की सक्रिय रूप से निगरानी नहीं की जाती है और यदि परीक्षण किया भी जाता है, तो आमतौर पर पोस्टमॉर्टम किया जाता है।

फिर भी बिल्लियों में बर्ड फ्लू के संक्रमण के तरीके बढ़ते जा रहे हैं। शोध से पता चलता है कि बिल्लियां सीधे संक्रमित पक्षियों या दूषित कच्चे चिकन को खाने से बर्ड फ्लू से संक्रमित होती हैं और अप्रत्यक्ष रूप से अन्य स्तनधारियों के माध्यम से, उदाहरण के लिए, संक्रमित गायों का कच्चा दूध पीने वाली बिल्लियां, पालतू बिल्लियां इसमें शामिल हैं।

सात मई, 2025 को इनफेक्शियस डिजीज नामक पत्रिका में प्रकाशित शोध के अनुसार, संक्रमित बिल्लियां अक्सर तीव्र इंसेफेलाइटिस या मस्तिष्क में सूजन आने और अन्य गंभीर लक्षणों से पीड़ित होती हैं, जिन्हें रेबीज समझ लिया जाता है। बर्ड फ्लू का सबसे घातक प्रकार अत्यधिक संक्रामक है और घरेलू बिल्लियों में अधिकांश मामलों में होता है, वर्तमान में 90 फीसदी मामलों में अधिक मृत्यु दर है।

लोगों में बर्ड फ्लू थोड़ा कम घातक है, लेकिन फिर भी दुनिया भर में इससे संक्रमित 950 लोगों में से लगभग आधे लोगों की मौत हो चुकी है।

शोध पत्र में शोधकर्ताओं के हवाले से पशु आश्रयों में बर्ड फ्लू के प्रवेश की आशंका के चलते चिंता जाहिर की गई है, जिसके कारण मनुष्यों को शामिल करने वाले बड़े प्रकोप हो सकते हैं। साल 2016 में बर्ड फ्लू के एक अलग प्रकार के साथ न्यूयॉर्क शहर में जो हुआ था, उसके समान या उससे भी बदतर हो सकता है।

बर्ड फ्लू के एक मनुष्य से दूसरे में संक्रमण के कोई मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन शोधकर्ताओं ने चिंता जाहिर की है कि जैसे-जैसे वायरस फैलता है और विकसित होता है, यह हवा के माध्यम से आसानी से फैल सकता है।

शोध पत्र में शोधकर्ता के हवाले से कहा गया है कि भविष्य के शोध में सबसे अधिक खतरे वाली बिल्ली की आबादी मंध अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा (एचपीएआई) और अन्य इन्फ्लूएंजा वायरस के फैलने को तय करने के लिए अध्ययन करने होंगे। यह शोध लोगों और हमारी कमजोर पालतू बिल्लियों को एच5एन1 के उभरते खतरे से बचाने का प्रयास करता है।