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खान-पान

नोवा विधि: जानें खाद्य पदार्थों के चार समूह और उनके प्रसंस्करण के स्तर

नोवा वर्गीकरण प्रणाली खाद्य पदार्थों को प्रसंस्करण की प्रकृति, सीमा और उद्देश्य के आधार पर वर्गीकृत करती है

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समूह 1: अप्रसंस्कृत या न्यूनतम प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ

फल, सब्जियां, दालें और मांस जैसे संपूर्ण खाद्य पदार्थ, जो कच्चे रूप में उपलब्ध होते हैं। इनके अखाद्य या अवांछित भागों को हटाकर, सुखाकर, पाउडर बनाकर, जमाकर या भूनकर न्यूनतम प्रसंस्कृत किया जा सकता है। इन्हें आमतौर पर घर की रसोई, रेस्टोरेंट या कैंटीन में व्यंजन या भोजन के रूप में परोसा जाता है।

समूह 2: प्रसंस्कृत खाद्य सामग्री

तेल, मक्खन, चर्बी, चीनी और नमक जो समूह 1 के खाद्य पदार्थों या प्रकृति से दबाव, शोधन, पीसने, पिसाई और सुखाने के माध्यम से प्राप्त होते हैं। इन्हें अकेले शायद ही कभी खाया जाता है, लेकिन स्वादिष्ट भोजन बनाने के लिए इन्हें अन्य खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है।

समूह 3: प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ

नमकीन पानी में संरक्षित डिब्बाबंद या बोतलबंद सब्जियां या फलियां; चाशनी में संरक्षित साबुत फल; तेल में संरक्षित डिब्बाबंद मछली; प्रसंस्कृत मांस जैसे हैम, बेकन, पास्ट्रामी, स्मोक्ड मछली; ताजी बेक्ड ब्रेड और नमक मिला हुआ साधारण पनीर। इनमें स्वाद और संरक्षण के लिए नमक मिलाया जाता है। इन्हें आमतौर पर भोजन के हिस्से के रूप में, सीधे या कम तैयारी के साथ खाया जाता है।

समूह 4: अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ

कार्बोनेटेड शीतल पेय; पैकेज्ड कैंडी, बिस्कुट, केक मिक्स, आइसक्रीम और चिप्स; कृत्रिम रूप से मीठा दही और नाश्ते में खाया जानेवाला अनाज; पहले से तैयार मांस, पनीर, आटा और उनके उत्पाद; पाउडर और पैकेज्ड खाद्य पदार्थ; शिशु फार्मूला आदि इसके उदाहरण हैं। ये समूह 2 के खाद्य पदार्थों, योजकों और परिरक्षकों का उपयोग करके औद्योगिक रूप से निर्मित होते हैं, जो पाककला में आम नहीं हैं। अक्सर इनमें ताजा खाद्य पदार्थ बहुत कम या बिल्कुल नहीं होते और इन्हें प्राकृतिक खाद्य पदार्थों की नकल या उन्हें छिपाने के लिए डिजाइन किया गया है। इन्हें खाने/गर्म करने के लिए तैयार किया जाता है, जिसमें बहुत कम या बिल्कुल तैयारी की आवश्यकता नहीं होती है।

स्रोत: खाद्य वर्गीकरण की नोवा विधि