रंगभेद के खिलाफ लड़ाई से लेकर पर्यावरण की वकालत तक, मंडेला की विरासत हमें एक ऐसी दुनिया के लिए प्रयास करना सिखाती है जहां हर कोई स्वतंत्र, समान हो और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहे। फोटो साभार: आईस्टॉक
पर्यावरण

नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस: गरीबी, रोजगार, पानी, शिक्षा से लेकर स्वस्थ पर्यावरण के पक्षधर

यह दिवस मंडेला की 67 सालों की सार्वजनिक सेवा और स्वतंत्रता, न्याय, स्वस्थ पर्यावरण तथा मानवाधिकारों की स्थापना के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है

Dayanidhi

नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस दक्षिण अफ्रीकी नेता की महान विरासत का सम्मान करता है। दमनकारी रंगभेदी शासन के विरुद्ध शांतिपूर्ण विरोध का नेतृत्व करने वाले मंडेला, रंगभेद और अन्याय के विरुद्ध दक्षिण अफ्रीका के साहसिक आंदोलन के प्रतीक थे।

नेल्सन मंडेला 1994 से 1999 तक दक्षिण अफ्रीका के पहले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति रहे। मंडेला का 27 सालों का साहसी जेल संघर्ष और मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय और समानता के लिए खड़े होने का सफर आज भी दुनिया को प्रेरित करता है।

नेल्सन मंडेला और पर्यावरण

साल 1990 में अपनी रिहाई के बाद, नोबेल पुरस्कार विजेता ने गरीबी, असमानता और नस्लवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखी। दुनिया दक्षिण अफ्रीका में दमनकारी सरकार को उखाड़ फेंकने और लोकतंत्र स्थापित करने के लिए उनके द्वारा किए गए अविश्वसनीय कार्य और सतत विकास के प्रति उनकी असीम प्रतिबद्धता को याद करती है, इसलिए पर्यावरण पर नेल्सन मंडेला के सबसे यादगार चीजों की एक सूची तैयार की गई है।

28 अगस्त, 2002 को "पानी नहीं तो भविष्य नहीं" पर भाषण के दौरान नेल्सन मंडेला ने कहा कि "हमारी सरकार ने पहले की तुलना में बहुत ज्यादा लोगों तक पीने योग्य पानी पहुंचाने में अहम प्रगति की है, मैं इसे हमारे देश में लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक मानता हूं"।

संघर्ष के दौरान उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि "गरीबी, भोजन, रोजगार, पानी और आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और स्वस्थ पर्यावरण जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की अनुपलब्धता के कारण हर दिन करोड़ों लोगों को मनुष्य होने के अधिकार से वंचित किया जाता है।"

उन्होंने कहा था कि "अपने विशाल रेगिस्तानों, अपने जंगलों और अपने सभी विशाल वीरानों का सपना देखता हूं। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि इस पर्यावरण की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।"

नेल्सन मंडेला ने कहा था कि "यह कहा जा सकता है कि चार बुनियादी और प्राथमिक चीजें हैं जो समाज में अधिकांश लोग चाहते हैं: सुरक्षित वातावरण में रहना, काम करने और अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम होना, अच्छे सार्वजनिक स्वास्थ्य तक पहुंच होना तथा अपने बच्चों के लिए अच्छे शैक्षिक अवसर होना।"

नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस का इतिहास

नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस के इतिहास की बात करें तो साल 2009 में, संयुक्त राष्ट्र ने 18 जुलाई को नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। यह दिवस मंडेला की 67 सालों की सार्वजनिक सेवा और स्वतंत्रता, न्याय तथा मानवाधिकारों की स्थापना के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है, जिसका इतिहास अश्वेत अफ्रीकियों के विरुद्ध अमानवीय नस्लीय भेदभाव का रहा है।

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस केवल चिंतन का दिन नहीं, बल्कि काम करने का भी दिन है। यह हमें अपने समय के 67 मिनट समर्पित करने की चुनौती देता है।

यह मंडेला की जनसेवा के हर साल के लिए एक मिनट है, दूसरों की मदद के लिए। यह पहल हमें मानवता की सेवा के लिए मंडेला की आजीवन प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, एक बड़ा बदलाव लाने की दिशा में छोटे-छोटे कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करती है।

रंगभेद के खिलाफ लड़ाई से लेकर पर्यावरण की वकालत तक, मंडेला की विरासत हमें एक ऐसी दुनिया के लिए प्रयास करना सिखाती है जहां हर कोई स्वतंत्र, समान हो और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहे।

मंडेला जिन्होंने अमानवीय श्वेत आत्ममुग्ध शासन के विरुद्ध शांतिपूर्ण और दृढ़ विरोध का नेतृत्व किया, एक महान कार्यकर्ता थे और दक्षिण अफ्रीका के पहले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति बने।

नेल्सन मंडेला पुरस्कार 2025

मंडेला दिवस के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला पुरस्कार हर पांच साल में उन लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपना जीवन सेवा और मानवाधिकारों के लिए समर्पित कर दिया है। 2025 के पुरस्कार विजेताओं, ब्रेंडा रेनॉल्ड्स और कैनेडी ओडेडे को सामाजिक उत्थान और न्याय में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस एक सशक्त यादगार के रूप में कार्य करता है कि हर किसी में दुनिया को बेहतर बनाने की क्षमता और जिम्मेदारी है। जैसे-जैसे लाखों लोग दयालुता और सेवा के कार्यों में भाग लेते हैं, मंडेला का न्यायपूर्ण, समावेशी और शांतिपूर्ण समाज का दृष्टिकोण जीवित रहता है।