वन्य जीव एवं जैव विविधता

आज की तुलना में 14 फीसदी अधिक हो सकती हैं धरती पर पेड़ों की प्रजातियां, लेकिन...

Dayanidhi

पेड़ इंसानों को मुफ्त में कई सेवाएं प्रदान करते हैं। इनमें लकड़ी, हवा को साफ करने, पानी को छानने  समेत कई सेवाएं शामिल हैं। सबसे बड़े बुनियादी प्रश्नों में से एक यह है कि आज पृथ्वी पर पेड़ो की कितनी प्रजातियां मौजूद हैं?

इस प्रश्न का हल ढूंढने के लिए दुनिया भर के 100 से अधिक वैज्ञानिकों और सबसे बड़े पेड़ों के डेटाबेस के द्वारा इनकी प्रजातियों के बारे में पता लगाया है। नए अध्ययन से पता चला है कि पृथ्वी पर लगभग 73,000 पेड़ों की प्रजातियां हैं। इनमें से लगभग 9,200 प्रजातियां अभी भी खोजी जानी हैं।

दुनिया भर में अभी तक ज्ञात वृक्ष प्रजातियों की वर्तमान संख्या से लगभग 14 फीसदी अधिक हो सकती है। अध्ययन से पता चलता है कि बहुत कम संख्या और सीमित स्थानीय वितरण के आधार पर अधिकांश अनदेखे प्रजातियों के दुर्लभ होने की संभावना है।

अध्ययनकर्ताओं के अनुसार, यह अनदेखे प्रजातियों को विशेष रूप से वनों की कटाई और जलवायु परिवर्तन जैसे मानवजनित कारणों के प्रति संवेदनशील बनाता है। उन्होंने बताया कि हमारे नए निष्कर्ष वन संरक्षण के प्रयासों को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।

ये परिणाम मानवजनित परिवर्तनों, विशेष रूप से भूमि उपयोग और जलवायु के लिए वैश्विक वन जैव विविधता के खतरे को उजागर करते हैं। यूएम के ग्लोबल चेंज बायोलॉजी संस्थान के निदेशक रीच ने कहा यह अध्ययन पेड़ और वन संरक्षण प्रयासों और दुनिया के कुछ हिस्सों में नए पेड़ों और संबंधित प्रजातियों की खोज में अहम भूमिका निभा सकता है।

अध्ययनकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए दुनिया भर के दो वैश्विक डेटासेट से पेड़ों की अधिकता और कमी के आंकड़ों को एक साथ जोड़ा है। इनमें से एक डेटासेट ग्लोबल फॉरेस्ट बायोडायवर्सिटी इनिशिएटिव से है और दूसरा ट्रीचेंज से है। यह जमीनी स्तर पर किए गए वन-प्लॉट डेटा का उपयोग करते हैं। इस संयुक्त डेटाबेस में दुनिया भर में कुल 64,100 पेड़ों की प्रजातियां दर्ज की गई हैं। जिसमें से अभी तक धरती पर लगभग 60,000 पेड़ों की प्रजातियां पाई गई हैं।

अध्ययनकर्ता जिंगजिंग लिआंग ने कहा हमने हर एक डेटासेट को एक विशाल वैश्विक डेटासेट में जोड़ा। लिआंग पर्ड्यू विश्वविद्यालय के ग्लोबल फॉरेस्ट बायोडायवर्सिटी इनिशिएटिव के समन्वयक हैं।  

हर डेटासेट ऐसे व्यक्ति द्वारा दर्ज किया जाता है जो हर एक पेड़ को जमीनी स्तर पर जाकर मापता है। इसमें पेड़ों की प्रजातियों, आकारों और अन्य विशेषताओं के बारे में जानकारी शामिल होती है। दुनिया भर में पेड़ों की प्रजातियों की संख्या की गणना करना दुनिया भर में फैले टुकड़ों को एक साथ जोड़ना एक पहेली की तरह है।

डेटासेट को एकत्र करने के बाद, शोधकर्ताओं ने बायोम, महाद्वीपीय और वैश्विक पैमाने पर अनोखे पेड़ों की प्रजातियों की कुल संख्या का अनुमान लगाया। इसके लिए उन्होंने नए सांख्यिकीय विधियों का उपयोग किया, जिन प्रजातियों को अभी तक वैज्ञानिकों द्वारा खोजा और दर्ज किया जाना अभी बाकी है। यहां बताते चलें कि बायोम एक प्रमुख पारिस्थितिक वर्ग की तरह है, जैसे उष्णकटिबंधीय वर्षावन, बोरियल वन या सवाना वन आदि।

पृथ्वी पर वृक्ष प्रजातियों की कुल संख्या का अनुमान 73,274 है, जिसका अर्थ है कि लगभग 9,200 वृक्ष प्रजातियों की अभी भी खोज की जानी बाकी है। शोधकर्ता कहते हैं कि उनके नए अध्ययन में बड़े डेटासेट और बेहतर सांख्यिकीय विधियों का उपयोग किया गया है। रीच ने कहा कि शोधकर्ताओं ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान गणितज्ञ एलन ट्यूरिंग द्वारा नाजी कोड को तोड़ने के लिए पहली बार तकनीकों के आधुनिक विकास का इस्तेमाल किया।

लगभग 40 फीसदी अनदेखे पेड़ों की प्रजातियां, किसी भी अन्य महाद्वीप की तुलना में इनके दक्षिण अमेरिका में होने की संभावना अधिक है। जिसका अध्ययन में बार-बार उल्लेख भी किया गया है जो दुनिया की पेड़ों की विविधता के लिए विशेष महत्व रखते हैं।

दक्षिण अमेरिका में भी पेड़ों की दुर्लभ प्रजातियों की अधिकतम संख्या (लगभग 8,200) होने का अनुमान है। महाद्वीप के स्थानीय पेड़ों की प्रजातियों का अधिकतम अनुमानित अनुपात 49 फीसदी वाला महाद्वीप है। जिसका अर्थ केवल उस महाद्वीप पर पाई जाने वाली प्रजातियों से है।

अनदेखे दक्षिण अमेरिकी पेड़ प्रजातियों के हॉट स्पॉट में अमेज़ॅन बेसिन के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय नमी वाले पेड़, साथ ही 1,000 मीटर और 3,500 मीटर के बीच की ऊंचाई पर रेडियन वन शामिल हैं।

दक्षिण अमेरिका में 27,000 ज्ञात वृक्ष प्रजातियों से अधिक हैं, वहां अभी तक 4,000 प्रजातियों की खोज की जा रही है। उनमें से अधिकतर स्थानीय हो सकते हैं और अमेज़ॅन बेसिन और एंडीज-अमेज़ॅन इंटरफ़ेस के विविधता वाले हॉट स्पॉट में स्थित हो सकते हैं। रीच ने कहा जिसे यूएम के बायोसाइंसेज इनिशिएटिव द्वारा दर्ज किया गया था।

दुनिया भर में पहले से ही ज्ञात सभी वृक्ष प्रजातियों में से लगभग आधे से दो-तिहाई उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय वनों में पाए जाते हैं। उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय शुष्क वनों में भी बड़ी संख्या में अनदेखे वृक्ष प्रजातियों के होने की संभावना है।

पेड़ इंसानों को मुफ्त में कई पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएं प्रदान करते हैं। पेड़ लकड़ी, ईंधन की लकड़ी, फाइबर और अन्य उत्पादों की आपूर्ति करते है। इसके अलावा, हवा को साफ करते हैं, पानी को छानते हैं और कटाव और बाढ़ को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। पेड़ जैव विविधता को संरक्षित करने, गर्म होती जलवायु को रोकने के लिए कार्बन को स्टोर करने और मिट्टी के निर्माण और पोषक चक्र को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। यह अध्ययन 'प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज' में प्रकाशित हुआ है।