वन्य जीव एवं जैव विविधता

अफ्रीकी चीतों का अनावरण करेंगे प्रधानमंत्री मोदी, 17 को होगा कार्यक्रम

Shuchita Jha

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर, 2022 को अपने 72वें जन्मदिन पर भारत में नामीबिया से कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में अफ्रीकी चीतों के पहले वैश्विक अंतरमहाद्वीपीय स्थानांतरण का अनावरण करेंगे। प्रधानमंत्री के जन्मदिन से एक दिन पहले 16 सितंबर तक चार नर और चार मादा चीतों के आने की संभावना है।

डाउन टू अर्थ को सूत्रों ने बताया कि श्योपुर जिले के सभी रिसॉर्ट, जहां कुनो स्थित है, इस के लिए 14-20 सितंबर तक  बुक किये जा चुके हैं। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि पीएमओ कार्यालय ने मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कार्यालय को कार्यक्रम की पुष्टि की थी।

यात्रा के दौरान चीतों को बेहोश न करके उन्हें सीडेटिव देकर शांत रखा जाएगा। इससे बेहोश करने की दवा के जोखिम से बचा जा सकता है, क्योंकि कई चीते इसके बाद मर भी सकते हैं।

दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग या नामीबिया हवाई अड्डे के विंडहोक से अंतर्राष्ट्रीय हवाई यातायात संघ के निर्देशों के तहत बनाये गए बक्से में लाया जायेगा।

वे पहले जयपुर में उतरेंगे जहां से उन्हें चार्टर्ड कार्गो विमान में कुनो तक ले जाया जाएगा, जिसका भुगतान भारतीय राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा।

सूत्रों ने बताया कि कुनो राष्ट्रीय उद्यान में लोक निर्माण विभाग द्वारा सात अस्थायी हेलीपैड का निर्माण कार्य चल रहा है।

चीतों के आगमन की तैयारी के लिए कुनो में 12 किमी लंबी बाड़ वाले इंक्लोजर का निर्माण और ऊर्जाकरण पूरा कर लिया गया है। हालांकि, कुनो के अधिकारी अभी भी एक उप-वयस्क तेंदुए को पकड़ने में असमर्थ हैं, जो बाड़े के अंदर घूम रहा है।

14 अगस्त को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से लाए गए प्रशिक्षित हाथियों की मदद से दो तेंदुओं को पशु चिकित्सकों ने बेहोश कर के बाड़े से बहार निकाल दिया था। लेकिन तीसरा तेंदुआ अब तक पकड़ा नहीं गया है।

"इसे पकड़ने की कोशिश चल रही है । चूंकि यह एक उप-वयस्क है, इसलिए शायद यह चीतों के लिए खतरा नहीं होगा, ”प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) जेएस चौहान ने कहा।

500 हेक्टेयर के घेरे के अंदर शिकार बढ़ाने के लिए, कुनो नेशनल पार्क ने राज्य के पेंच और नरसिंहगढ़ वन्यजीव अभयारण्यों से 238 चीतल या चित्तीदार हिरण (एक्सिस अक्ष) लाए हैं और लगभग 300 और हिरणों को लाने की योजना बनाई जा रही है ।

"हमारे पास दो विकल्प थे, या तो कुनो के चीतलों को ही बाड़े में छोड़ देना या उनको भविष्य के लिए बचा के रखना और अन्य जगहों से शिकार ला कर बड़े में छोड़ देना. हमने तय किया की हम बहार से चीतल ला कर बाड़े में छोड़ेंगे जी से यहाँ के मूल चीतल का शिकार चीते जंगल में छोड़े जाने के बाद कर सकें.

उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका से एक टीम तैयारियों को देखने के लिए कुनो पहुंची हुई है  और विशेषज्ञों द्वारा तैयारियों से संतुष्ट होने और दक्षिण अफ्रीकी सरकार और राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को अपनी प्रतिक्रिया देने के बाद दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

पीएम अपने आगमन पर श्योपुर जिले की कराहल तहसील में एक महिला स्वयं सहायता समूह से भी मुलाकात करेंगे।