वन्य जीव एवं जैव विविधता

नॉर्वे में कीटों की 100 से अधिक नई प्रजातियों की हुई खोज

यह खोज वैज्ञानिकों को दुनिया में विभिन्न स्थानों की प्रजातियों और उनके वेरिएंटों की आनुवंशिक विशेषताओं की तुलना करने में सक्षम बनाती है

Dayanidhi

अक्सर गर्मियों की शाम में जब आप छत पर बैठे हों और आप आस पास मंडराने वाले उन कीटों से चिढ़ गए होंगे जो आपको काटते हैं। ये कीट इतने छोटे हैं कि शायद ही उन पर आप तब तक गौर नहीं करते हैं जब तक कि वे आपका खून चूसना शुरू नहीं कर देते।

स्कॉटलैंड जहां बहुत अधिक दलदली इलाके हैं वहां  ये कीट पनपते हैं, ये कीट इतने अधिक हो जाते हैं कि उन्हें वास्तव में पर्यटन उद्योग का सबसे बड़ा प्लेग माना जाता है।

फिर भी, नॉर्वे में इन छोटे जीवों में ज्यादातर केवल एक वंश और कुछ दर्जन प्रजातियां ही नहीं होती हैं बल्कि प्रजाति समृद्ध कीट परिवार यहां पाए जाते हैं।

काटने वाली छोटे कीटों की प्रजातियों में से बहुत कम ही लोगों का खून चूसते हैं। इसे ध्यान में रखना एक अच्छा विचार है जब आपको पता चलता है कि नॉर्वे में 58 छोटे कीटों की प्रजातियां अब पाई गई हैं।

दक्षिणी नॉर्वे में वाटर माइट्स या पानी के छोटे कीटों और अन्य कीटों की परियोजना को नॉर्वेजियन जैव विविधता सूचना केंद्र की प्रजाति परियोजना के सहयोग से पूरा किया गया है।  

पानी के कीटों की 47 नई प्रजातियों की खोज

एलिजाबेथ स्टूर कहते हैं कि, इस परियोजना में, हमने दक्षिणी नॉर्वे में लगभग 100 स्थानों पर काटने वाले छोटे कीट, न काटने वाले छोटे कीटों और वॉटर माइट्स या पानी के कीड़ों का सर्वेक्षण किया। हमने पहले दर्ज की गई जानकारी पर भी गौर किया और नॉर्वेजियन काटने वाले कीड़ों और पानी के कीटों की प्रजातियों की सूची को अपडेट किया। स्टूर एनटीएनयू विश्वविद्यालय संग्रहालय में एक शोधकर्ता और परियोजना प्रबंधक हैं।

उन्होंने वाटर माइट्स या पानी के छोटे कीटों की 47 प्रजातियां भी पाई, जो नॉर्वे के लिए भी नई हैं। स्टूर बताते हैं कि परियोजना में एकत्र की गई अधिकांश प्रजातियों के डीएनए का विश्लेषण किया गया है। कीड़ों का एक डीएनए बारकोड बनाया गया है।

स्टूर कहते हैं कि, बारकोड एक डीएनए हस्ताक्षर है जो एक प्रजाति की विशेषता है। यह हमें दुनिया में विभिन्न स्थानों की प्रजातियों और वेरिएंटों की आनुवंशिक विशेषताओं की तुलना करने में सक्षम बनाता है। डीएनए बारकोड के साथ डेटाबेस पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का मतलब है कि हम कई प्रजातियों की खोजों की तुलना कर सकते हैं। 

आप उन लोगों में से हो सकते हैं जो नॉर्वे में पहले की तुलना में अधिक काटने वाले छोटे कीट और पानी के कीटों के प्रति अति उत्साही नहीं होते हैं। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि ये जीवन के विविध तरीकों और प्राकृतिक दुनिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली प्रजातियां हैं।

स्टूर बताते हैं कि काटने वाले कीटों के लार्वा के रूप में सबसे अधिक भोजन ग्रहण करते हैं। उनके आवास के आधार पर, वे शैवाल, कवक, पौधों के अवशेष या अन्य जानवरों को खाते हैं। वयस्कों के रूप में, वे फूलों का रस, पराग और अन्य कीड़ों पर भी जीवित रह सकते हैं। इनमें से कुछ प्रजातियां खून भी चूसती हैं। 

स्टूर ने बताया कि, पानी के छोटे कीट कई मायनों में टिक्स और अन्य कीटों के दूर के रिश्तेदार हैं, लेकिन वे स्तनधारियों का खून नहीं चूसते हैं। वयस्क शिकारी होते हैं और धाराओं, नदियों और पानी के अन्य निकायों के तल पर रेंगते हैं, जहां वे अन्य अकशेरुकी जीवों का शिकार करते हैं। लार्वा अक्सर जलीय कीड़ों पर परजीवी होते हैं और वयस्क उड़ने वाले कीड़ों पर सहयात्री बन सकते हैं।

अभी और प्रजातियों की खोज की जानी है

नॉर्वे में 100 से अधिक नई प्रजातियों की खोज बिल्कुल हर दिन होने वाली घटना नहीं है।

स्टूर कहते हैं, हालांकि हमने बहुत सी नई प्रजातियों का दस्तावेजीकरण किया है, अभी भी बहुत कुछ खोजा जाना बाकी है। भविष्य की परियोजनाओं में निस्संदेह नॉर्वे में और अधिक नए पानी के कीट और काटने वाले छोटे कीट मिलेंगे। यह शोध नॉर्वेजियन जर्नल ऑफ एंटोमोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।