वन्य जीव एवं जैव विविधता

अमेजन में मिली मार्मोसेट की नई प्रजाति: शोध

Dayanidhi

अमेजन में 146 बंदरों (प्राइमेट) जैसी प्रजातियां और उप-प्रजातियां रहती हैं। यहां दुनिया भर के प्राइमेट विविधता की 20 फीसदी प्रजातियां हैं। दुनिया भर में काटे जाने वाले जंगलों का लगभग एक तिहाई अमेजन में काटा जाता है। अमेजन में एक तिहाई से अधिक प्राइमेट जिनमें से 42 फीसदी को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) ने विलुप्त होने के खतरे में रखा है। इसलिए, जंगल कटने से प्राइमेट अनुसंधान और संरक्षण के प्रयास को और तेज किया जाना चाहिए।

वैज्ञानिकों की एक टीम ने ब्राजील के अमेजन में एक नई मार्मोसेट प्रजाति की खोज की है। मार्मोसेट एक बंदर की प्रजाति है। श्नाइडर मार्मोसेट (मिको श्नाइडरी) का नाम प्रोफेसर होरासियो श्नाइडर के नाम पर रखा गया है। प्रोफेसर श्नाइडर ने बंदरों की विविधता और विकास के अनुसंधान में अग्रणी भूमिका निभाई है।

यह खोज रॉड्रिगो कोस्टा अराउजो की अगुवाई में शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा की गई है। मीको के अमेजन मार्मोसेट बंदरों के अधिक विविध समूहों की जाती में से एक है। यह प्रजाति जंगलों के कटने की वजह से सबसे अधिक खतरे में है। यह एक ऐसे इलाके में रहते है जहां पिछले 30 वर्षों में आधे से अधिक जंगली भूमि उपयोग कृषि  या अन्य के लिए किया गया है। वर्तमान में, इनके निवास स्थानों के नुकसान पर विचार करने के लिए कोई संरक्षण प्रतिक्रिया नहीं है और इनकी आबादी घटती जा रही है।

अमेजन मार्मोसेट प्रजातियों की कुल संख्या के बारे में सही जानकारी नहीं है। 2019 में अराउजो और उनकी टीम ने जिन इलाकों में वनों की कटाई चल रही थी उन जगहों पर एक अन्य प्रजाति मुंडरुकु मार्मोसेट (मिको मुंडुरुकु) की खोज की। एम. श्नाइडरी ने इनकी तुलना उन मार्मोसेट्स से की थी, जिन्हें 1995 से शोधकर्ता जानते हैं, लेकिन एम. एमिलिया के रूप में इनकी गलत पहचान की गई थी। यह शोध जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित हुआ है।

शोध में वनों की कटाई वाले इलाके में रहने वाले 16 माइक्रो प्रजातियों के अस्तित्व के बारे में गौर किया गया है। दक्षिणी अमेजन में एक व्यापक क्षेत्र जहां भूमि का उपयोग और आग लगने की घटनाएं चरम पर है। एम. श्नाइडरी की संरक्षण स्थिति का आकलन करने और इसके भौगोलिक वितरण के दक्षिणी भाग की जांच करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, इस बात का पता लगाना जारी रखेंगे कि इन जंगलों में कितने अमेजन मार्मोसेट रहते हैं और बंदरों के इस खतरे वाले समूह के संरक्षण की दिशा में पहला कदम बढ़ाएंगे।