प्रतीकात्मक तस्वीर, आईस्टॉक  Dieter Spears
वन्य जीव एवं जैव विविधता

बोर्नियो के वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए नई योजना की जरूरत, अध्ययन में सुझाए गए तरीके

अध्ययन से पता चला कि वर्तमान संरक्षित क्षेत्र तेंदुओं के लिए सबसे अच्छे नहीं हैं

Shimali Chauhan

बोर्नियो के जंगलों में सिर्फ 3,800 सुंडा क्लाउडेड तेंदुए बचे हैं। हालांकि नीति निर्माता उन्हें बेहतर तरीके से बचाने के तरीके खोजने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में एक नए अध्ययन में कहा गया है कि हमें उनकी सुरक्षा के तरीके बदलने की जरूरत है।

अभी, संरक्षित क्षेत्र अक्सर ऊंचे पहाड़ों जैसी सुरक्षित जगहों पर होते हैं, लेकिन तेंदुओं को अलग-अलग क्षेत्रों में सुरक्षा की जरूरत होती है, जहां वे वास्तव में खतरे में होते हैं।

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने सुंडा क्लाउडेड तेंदुओं पर एक अध्ययन किया, जो बोर्नियो के जंगलों में रहते हैं। ये जंगल इसलिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे बहुत अधिक कार्बन जमा करके जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करते हैं। लेकिन पेड़ों को काटने और जमीन साफ करने जैसी मानवीय गतिविधियों के कारण तेंदुओं का आवास स्थल घट रहा है।

21 अगस्त, 2024 को एनपीजे बायोडायवर्सिटी पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन का नेतृत्व यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के सैद बिजनेस स्कूल में पोस्टडॉक्टरल रिसर्च फेलो इवान मैकडोनाल्ड ने किया था। शोधकर्ताओं ने तेंदुओं की मदद करने के दो तरीके देखे। एक- उन जगहों की सुरक्षा करना जो पहले से ही खतरे में हैं। दूसर- सुरक्षित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना।

भविष्य में क्या हो सकता है, जैसे कि वनों का नुकसान और तेंदुओं की संख्या में बदलाव, इसका अनुमान लगाने के लिए उन्होंने विशेष मॉडल का इस्तेमाल किया। तेंदुओं के अलावा उन्होंने 22,000 अलग-अलग प्रजातियों के रहने के स्थानों का भी मानचित्रण किया और जांच की कि लोग इन क्षेत्रों के कितने करीब आ सकते हैं।

तेंदुओं की सुरक्षा का सबसे अच्छा तरीका जानने के लिए शोधकर्ताओं ने रेसिस्टेंट कर्नेल दृष्टिकोण नामक एक विधि का इस्तेमाल किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि तेंदुओं की गतिविधियों और आवास की जरूरतों के आधार पर उनके रहने की संभावना कहां है?

उन्होंने विभिन्न संरक्षण योजनाओं का परीक्षण करने और सुरक्षा के लिए सबसे अच्छी जगहों का पता लगाने के लिए मार्क्सन (MARXAN) नामक एक सॉफ्टवेयर का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने देखा कि भविष्य में तेंदुए कैसे घूम सकते हैं और प्रजनन कर सकते हैं और इससे कार्बन को संग्रहीत करने की वनों की क्षमता पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

अध्ययन से पता चला कि वर्तमान संरक्षित क्षेत्र तेंदुओं के लिए सबसे अच्छे नहीं हैं। यदि हम उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की सुरक्षा करना शुरू करते हैं, तो हम तेंदुओं के रहने की जगह को 53 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं और अतिरिक्त 82 मिलियन टन कार्बन बचा सकते हैं।

अध्ययन में यह भी बताया गया कि अक्सर वनों की सुरक्षा की बजाय खेती और भूमि के अन्य उपयोग से ज्यादा कमाई होती है, इसलिए आरईडीडी+ जैसे कार्यक्रम, जो लोगों को वनों को सुरक्षित रखने के लिए भुगतान करते हैं, का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि वनों को नुकसान पहुंचाने पर काफी ज्यादा जुर्माना वसूलने के लिए कड़े नियम लागू किए जाएं।

अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया कि हमें जल्दी से जल्दी काम करना होगा। सरकारों, संरक्षणवादियों और स्थानीय समुदायों को बोर्नियो के वन्यजीवों और जंगलों की रक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए। हमारे अब तेजी से उठाए गए कदम इन जानवरों और हमारे पृथ्वी ग्रह के भविष्य को आकार देंगे।