वन्य जीव एवं जैव विविधता

जानवरों के हमलों में हताहतों की संख्या में 19 फीसदी का इजाफा: एनसीआरबी

हताहतों के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में सामने आए हैं

Himanshu Nitnaware, Lalit Maurya

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में जानकारी दी है कि 2021 के मुकाबले 2022 में जानवरों के हमलों में मारे गए या घायल लोगों की संख्या में 19 फीसदी का इजाफा हुआ है।

केंद्र सरकार द्वारा चार दिसंबर, 2023 को जारी रिपोर्ट "क्राइम इन इंडिया 2022" के हवाले से पता चला है कि जहां जानवरों के हमलों में 2021 के दौरान 1,264 से अधिक लोग घायल हुए या मारे गए थे। वहीं 2022 में 19 फीसदी की वृद्धि के साथ यह आंकड़ा बढ़कर 1,510 पर पहुंच गया है।

विश्लेषण से पता चला है कि जानवरों द्वारा मारे या घायल हुए लोगों में पुरुषों की संख्या 1,205 थी, जबकि महिलाओं का आंकड़ा 305 दर्ज किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक हताहतों की अधिकतम संख्या 45 से 60 वर्ष के लोगों की थी, जिनमें 378 पुरुष और 106 महिलाएं थीं। इसके बाद 30 से 45 वर्ष की उम्र के हताहतों का आंकड़ा 437 रिकॉर्ड किया गया, जिनमें 356 पुरुष और 81 महिलाएं थीं।

विश्लेषण से पता चला है कि सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए थे, जिनकी संख्या 225 दर्ज की गई। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 182, ओडिशा में 144, तमिलनाडु में 138 और छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश में क्रमशः 114 और 113 मामले सामने आए।

इसके अलावा रिपोर्ट के मुताबिक जानवरों, सरीसृपों और कीटों के काटने की संख्या में भी 16.7 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो 2021 में 897 से बढ़कर 2022 में 1,077 हो गई है। इनमें से 768 पुरुष और 299 महिलाएं इनका शिकार बनी थीं।

इन घटनाओं के सबसे अधिक मामले राजस्थान में दर्ज की गए, जिनका कुल आंकड़ा 232 दर्ज किया गया। इसके बाद 190 घटनाओं के साथ मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर रहा। वहीं तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में क्रमशः 134 और 103 घटनाएं दर्ज की गई।