वन्य जीव एवं जैव विविधता

अपने आपको ठंडा रखने के लिए धीमी गति से यात्रा करते हैं बड़े जानवर: अध्ययन

अध्ययन के मुताबिक बड़े जानवर पहले की तुलना में गर्म जलवायु में निवास स्थानों के नष्ट होने से अधिक प्रभावित होते हैं, इसलिए इनके विलुप्त होने का अधिक खतरा है

Dayanidhi

एक नए अध्ययन के अनुसार, चाहे कोई जानवर उड़ रहा हो, दौड़ रहा हो या तैर रहा हो, उसकी चलने की गति सीमित होती है। वह अपनी मांसपेशियों द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त गर्मी को प्रभावी ढंग से व्यवस्थित करते हैं।  यह अध्ययन जर्मन सेंटर फॉर इंटीग्रेटिव बायोडायवर्सिटी रिसर्च (आईडीआईवी) के अलेक्जेंडर डायर के नेतृत्व में किया गया है।

एक जानवर की यात्रा करने की क्षमता उसके अस्तित्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, यह तय करता है कि वह कहां और कितनी दूर जा सकता है। भोजन और साथी ढूंढ सकता है और नए क्षेत्रों में जा सकता है। दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन के तहत तेजी से नष्ट होते आवासों और सीमित भोजन और जल संसाधनों और मानव-प्रभुत्व वाले इलाकों में यह और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

डायर और उनके सहयोगियों ने 532 प्रजातियों के आंकड़ों का उपयोग करके जानवरों के आकार और यात्रा की गति के बीच संबंध को देखने के लिए एक मॉडल विकसित किया। जबकि बड़े जानवर अपने लंबे पंख, पैर या पूंछ के कारण तेजी से यात्रा करने में सक्षम होते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि मध्यम आकार के जानवरों की आमतौर पर सबसे तेज गति होती है।

शोधकर्ता इसका श्रेय इस बात को देते हैं कि बड़े जानवरों को शारीरिक गर्मी से निजात पाने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है जो कि उनकी मांसपेशियों के चलते समय उत्पन्न होती है। इसलिए, अधिक गर्मी से बचने के लिए उन्हें अधिक धीमी गति से यात्रा करनी पड़ती है।

शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकालते हुए कहा कि किसी भी जानवर की यात्रा की गति को संयुक्त रूप से इस बात पर विचार करके समझाया जा सकता है कि यह कितनी कुशलता से ऊर्जा का उपयोग करता है और गर्मी प्रबंधित करता है।

डायर कहते हैं, नया अध्ययन प्रजातियों में जानवरों की गति क्षमता को समझने का एक तरीका बतलाता है और इसका उपयोग किसी भी जानवर की यात्रा की गति का अनुमान लगाने के लिए किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यह दृष्टिकोण अनुमान लगाने के लिए लागू किया जा सकता है कि क्या कोई जानवर मानव विकास से नष्ट हुए आवासों के बीच बदलाव करने में सक्षम हो सकता है, भले ही इसकी जीव विज्ञान का विवरण की जानकारी न हो।

आईडीआईवी और जेना विश्वविद्यालय के शोधकर्ता डॉ. मिरियम हर्ट कहते हैं, हमारे अनुमान के अनुसार बड़े जानवर पहले की तुलना में गर्म जलवायु में निवास स्थानों के नष्ट होने के प्रभावों से अधिक प्रभावित होते हैं और इसलिए उनके विलुप्त होने का अधिक खतरा है।

हर्ट ने कहां बड़े जानवरों की यात्रा और गर्मी से संबंधित शोध को लेकर और जांच पड़ताल की आवश्यकता है। यह अध्ययन ओपन एक्सेस जर्नल पीएलओएस बायोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।