वन्य जीव एवं जैव विविधता

34 साल में दो आक्रामक प्रजातियों के फैलने से 17 बिलियन डॉलर का हुआ नुकसान

आक्रामक प्रजातियों के दूसरी जगहों पर फैलने से देशी प्रजातियों के विस्थापन या विलुप्त होने, बीमारी के फैलने और फसलों सहित कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।

Dayanidhi

एक अध्ययन के मुताबिक उभयचर और सरीसृप की आक्रामक प्रजातियां जब अपने इलाके से दूसरे में फैलती हैं तो वे वहां बड़ा नुकसान पहुंचाती हैं। इनके द्वारा दूसरे जगहों पर किए किए गए कब्जे के कारण 1986 से 2020 के बीच दुनिया भर की अर्थव्यवस्था को कम से कम 17 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है।

क्या हैं उभयचर?

उभयचर छोटे कशेरुकी होते हैं जिन्हें जीवित रहने के लिए पानी या नम वातावरण की आवश्यकता होती है। इस समूह की प्रजातियों में मेंढक, टोड, सैलामैंडर और न्यूट्स शामिल हैं। सभी अपनी पतली त्वचा के माध्यम से सांस ले सकते हैं और पानी को अवशोषित कर सकते हैं। उभयचरों में विशेष त्वचा ग्रंथियां भी होती हैं जो उपयोगी प्रोटीन का उत्पादन करती हैं।

क्या हैं सरीसृप?

सरीसृप हवा में सांस लेने वाले कशेरुक हैं जो स्केल, बोनी प्लेटों या दोनों के संयोजन से बनी विशेष त्वचा में ढके होते हैं। इनमें मगरमच्छ, सांप, छिपकली, कछुए आदि शामिल हैं।

उभयचर और सरीसृप आक्रामक प्रजातियों के दूसरी जगहों पर फैलने से देशी प्रजातियों के विस्थापन या विलुप्त होने, बीमारी के फैलने और फसलों सहित कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।

अध्ययनकर्ता इस्माइल सोटो और उनके सहयोगियों ने इनवाकॉस्ट डेटाबेस के आंकड़ों का उपयोग करके उभयचर और सरीसृप के दूसरी जगहों में फैलने से दुनिया भर में होने वाले नुकसान के बारे में पता लगाया। इसमें प्रजातियों के फैलने से लगने वाली आर्थिक अनुमानित लागतों को एकत्रित किया जाता है।

आंकड़े सहकर्मी द्वारा समीक्षित लेखों, सरकारी, शैक्षणिक और गैर-सरकारी संगठनों के वेबपेजों पर उपलब्ध दस्तावेजों और जैविक आक्रमण विशेषज्ञों से प्राप्त दस्तावेजों से लिए गए थे। 

अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि 1986 से 2020 के बीच सरीसृपों और उभयचरों के दूसरी जगहों पर फैलने या कब्जा करने की कुल लागत 17.0 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक थी।

इसमें से उभयचरों के फैलने या कब्जा करने से होने वाला नुकसान 6.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर, सरीसृपों के कब्जे से होने वाला नुकसान 10.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी।

उभयचरों के कारण होने वाला नुकसान 96.3 फीसदी (6.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर) एक ही प्रजाति, अमेरिकी बुलफ्रॉग (लिथोबेट्स कैट्सबीयनस) को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया था, जबकि 99.3 फीसदी (10.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर) सरीसृपों के द्वारा होने वाले नुकसान के लिए पूरी तरह से ब्राउन ट्री स्नेक को जिम्मेदार ठहराया गया था।

उभयचरों के कारण होने वाल नुकसान 99.7 फीसदी (6.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर) दूसरी जगहो पर फैलने के प्रबंधन से जुड़ा था, जैसे कि आक्रामक प्रजातियों का उन्मूलन आदि।

सरीसृपों के कारण होने वाला नुकसान 96.6 फीसदी (10.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर) आक्रमणों के कारण हुए नुकसान से जुड़ा था, जैसे कि फसल की उपज में कमी आना आदि।

उभयचर के दूसरी जगहों पर कब्जा करने के लिए 96.3 फीसदी (6.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की आर्थिक लागत यूरोपीय देशों द्वारा खर्च की गई, जबकि 99.6 फीसदी (10.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की लागत सरीसृप आक्रमणों के कारण ओशिनिया और प्रशांत द्वीप के देशों द्वारा खर्च की गई।

अध्ययनकर्ताओं का सुझाव है कि आक्रामक प्रजातियों के दुनिया भर में फैलने को सीमित करने, इनके द्वारा कब्जा करने का शीघ्र पता लगाने में सक्षम बनाने के उपायों में निवेश करके, उभयचरों और सरीसृपों के आक्रमण के आर्थिक नुकसान को कम किया जा सकता है।

यह प्रजातियों के आक्रमणों के लंबे समय तक प्रबंधन की आवश्यकता को कम कर सकता है और इससे होने वाले नुकसान को भी कम कर सकता है। यह अध्ययन साइंटिफिक रिपोर्ट्स नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

अध्ययनकर्ताओं ने कहा कि इस अध्ययन के निष्कर्ष वर्तमान और भविष्य में उभयचरों और सरीसृपों के दूसरी जगहों में फैलने को सीमित करने के लिए अधिक प्रभावी नीतियों की जरूरतों पर प्रकाश डालते हैं।