आज, यानी 23 दिसंबर को उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों के कुछ इलाकों में हल्की बारिश और ऊंचे हिस्सों में बर्फबारी हो सकती है।  
मौसम

मौसम अपडेट : मैदानी इलाकों में बारिश, उत्तर के ऊंचे पहाड़ी हिस्सों में बर्फबारी

तेज पश्चिमी विक्षोभ के कारण 27 और 28 दिसंबर को उत्तर-पश्चिम भारत में तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।

Dayanidhi

उत्तर भारत के कई इलाकों में पिछले लंबे अरसे के बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखने लगा है, यहां बारिश ने दस्तक दी है। मैदानी इलाकों के पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली व राजस्थान में आज सुबह से हल्की बारिश हो रही है। उत्तर के पहाड़ी हिस्सों में बारिश के साथ-साथ ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है।

देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने आज उत्तराखंड के कुछ जनपदों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान जारी किया है। वहीं आने वाले दिनों में बारिश और बर्फबारी में और तेजी आने का अनुमान लगाया गया है।

वहीं आज, यानी 23 दिसंबर को राज्य के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों के कुछ इलाकों में हल्की बारिश और ऊंचे हिस्सों में बर्फबारी हो सकती है। शेष जिलों में मौसम के शुष्क बने रहने के आसार हैं। प्रदेश की राजधानी देहरादून में मौसमी बदलाव की बात करें, तो आज राजधानी में आंशिक रूप से बादल छाए रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

वहीं जम्मू और कश्मीर में मौसमी बदलाव देखें तो यहां ठंड ने अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, श्रीनगर में पिछले 50 सालों में दिसंबर की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई, जब यहां तापमान शून्य से माइनस 8.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया।

देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में भी आज आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे तथा हल्की बारिश होने की भी संभावना जताई गई है। सुबह के समय दक्षिण-पूर्व दिशा से चलने वाली सतही हवाओं की रफ्तार के चार किमी प्रति घंटे से कम रहने के आसार हैं। सुबह के समय अधिकांश हिस्सों में धुंध व हल्का कोहरा तथा कुछ इलाकों में मध्यम कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

दिल्ली और एनसीआर में दोपहर के समय उत्तर-पूर्व दिशा से चलने वाली सतही हवाओं की गति के बढ़कर छह किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। शाम और रात होते-होते पूर्व दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार घटकर चार किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी, जिसके कारण शाम व रात में धुंध तथा हल्का कोहरा छाए रहने के आसार हैं।

वहीं मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि 26 दिसंबर की रात से उत्तर-पश्चिम भारत में एक और तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का अनुमान है। इसके कारण 27 दिसंबर को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के इलाकों में चक्रवाती प्रसार के जारी रहने की संभावना है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते पूर्वी हवाओं के आपस में टकराने के आसार हैं, जिससे 28 दिसंबर तक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से भारी नमी हासिल होगी।

तेज पश्चिमी विक्षोभ के कारण 26 से 28 दिसंबर के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बारिश तथा बर्फबारी होने संभावना है, जबकि 27 और 28 दिसंबर को बारिश और ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी की तीव्रता के बढ़ जाने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

27 और 28 दिसंबर को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों और आसपास के मध्य भारत में हल्की से भारी बारिश होने की संभावना है, वहीं 28 दिसंबर को महाराष्ट्र और गुजरात में भी बरसेंगे बादल। 27 और 28 दिसंबर को उत्तर-पश्चिम भारत में तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि भी होने की आशंका जताई गई है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिनों के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है। इसी दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने का अनुमान है और उसके बाद धीरे-धीरे गिरावट आएगी।

वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलवा होने की संभावना नहीं है और उसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है। अगले तीन से चार दिनों के दौरान पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, केरल और माहे के कोझिकोड में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के लुधियाना और पूर्वी मध्य प्रदेश के खजुराहो में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

कहां-कहां रहेगा शीतलहर का प्रकोप

मौसम विभाग के मुताबिक, 24 से 26 दिसंबर के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को भयंकर शीत लहर का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। वहीं, 23 से 26 दिसंबर के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग इलाकों में शीत लहर के सितम के जारी रहने की आशंका जताई गई है।

वहीं पाला पड़ने से उत्तर और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में सुबह के समय सर्दी के प्रकोप में और बढ़ोतरी होने के आसार हैं। 24 से 26 दिसंबर के दौरान हिमाचल प्रदेश में, 23 और 24 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में पाला पड़ने के आसार हैं।

कोहरे का कहर

कल देर रात से आज सुबह तक पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा देखा गया।

दक्षिण भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?

मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव के क्षेत्र के पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और 24 दिसंबर के आसपास उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। इसके कारण 23 से 26 दिसंबर के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है

समुद्र में हलचल

कम दबाव के चलते पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के आस-पास के इलाकों, आंध्र प्रदेश,उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।