भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, 19 मई, 2025 को जारी मौसम के पूर्वानुमान में कहा गया है कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में जारी है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते उत्तर-पश्चिम भारत के अलग-अलग राज्यों में आंधी-तूफान, बारिश से लेकर ओलावृष्टि होने के आसार हैं।
विभाग ने कहा है कि 19 और 20 मई के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और 19 से 24 मई के दौरान उत्तराखंड में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात व हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग ने आज, 19 मई, 2025 को हिमाचल प्रदेश और 19 और 20 मई को उत्तराखंड में ओले गिरने का अंदेशा जताया है।
19 से 24 मई के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बिजली कड़कने और 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बारिश होने का अनुमान है। वहीं आज, 19 मई को पश्चिमी राजस्थान में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ धूल के गुबार उठने के आसार हैं।
पूर्वोत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
असम के मध्य स्तरों पर ऊपरी हवा का चक्रवाती प्रसार व ट्रफ जारी है, इसकी वजह से अगले एक सप्ताह के दौरान पूर्वोत्तर भारत में वज्रपात होने, 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
वहीं, 19 और 20 मई के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। जबकि 19 से 24 मई के दौरान असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, इन राज्यों में 204 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम?
हवाओं का चक्रवाती प्रसार व ट्रफ का असर पश्चिम भारत पर भी दिखेगा, विभाग के कहा है कि 19 से 24 मई के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने, बिजली गिरने तथा हल्की बारिश के जारी रहने के आसार हैं।
19 से 23 मई के दौरान दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां बादलों के 115 मिमी या उससे अधिक बरसने के आसार हैं। वहीं, 19 से 24 मई के दौरान कोंकण और गोवा में भारी बारिश की संभावना है, 20 से 22 मई के दौरान कोंकण और 21 और 22 मई, 2025 को मध्य महाराष्ट्र में बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 204 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसमी बदलाव?
मौसम विभाग की मानें तो अगले एक हफ्ते के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड में बिजली गिरने तथा 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
इसी दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार में वज्रपात होने, 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान लगाया गया है।
19 और 20 मई के दौरान बिहार में, 19 को झारखंड व विदर्भ में 70 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने के आसार हैं।
वहीं 19 से 21 मई, 2025 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका है, यहां 115 मिमी तथा उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। 19 से 22 मई के दौरान बिहार में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं यहां भी 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसम का रुख?
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण भारत के कई हिस्सों में चक्रवाती प्रसार व हवाओं के ट्रफ जारी है जिसके चलते,अगले एक सप्ताह के दौरान केरल और माहे, लक्षद्वीप तथा कर्नाटक में बिजली कड़कने, 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
इसी दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
वहीं, 19 और 20 मई को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
जबकि 19 से 24 मई के दौरान केरल और माहे, तटीय कर्नाटक, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, 19 मई को लक्षद्वीप,19 से 20 मई के दौरान रायलसीमा, 19 से 21 मई के दौरान दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में में बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा है इन सभी राज्यों में 204 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा गया है कि 19 और 20 मई के दौरान दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में तथा 19 से 22 मई के दौरान उत्तर आंतरिक कर्नाटक में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 204.5 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने तथा उसके बाद के तीन दिनों तक कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 18 मई, 2025 को पश्चिम राजस्थान के सूरतगढ़ में अधिकतम तापमान 46.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में असम के उत्तर लखीमपुर में न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के अनुसार,19 से 22 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में लोगों को गर्म हवाओं से छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
कल, 18 मई, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में लोगों को लू या हीटवेव का सामना करना पड़ा।
वहीं आज, यानी 19 मई, 2025 को ओडिशा में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है। जबकि आज, 19 मई को पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में रात में गर्म हवाएं चलने का अंदेशा जताया गया है।
कहां पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून?
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोमोरिन के कुछ और हिस्सों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ इलाकों तथा उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 18 मई को असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकतर इलाकों, बिहार, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे के कुछ हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 18 मई को मराठवाड़ा के औरंगाबाद में 8 सेमी, तमिलनाडु के कोयंबटूर में 7 सेमी, वालपराई में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कैनिंग में 5 सेमी, अलीपुर कोलकाता में 2 सेमी, मेघालय के शिलांग में 3 सेमी, झारखंड के रांची में 3 सेमी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के बेलगाम में 4 सेमी, बीदर में 3 सेमी, धारवाड़ में 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में 3 सेमी, रायलसीमा के तिरुपति में 3 सेमी तथा केरल और माहे के त्रिशूर में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।