22 अक्टूबर की शाम को उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री में सीजन की पहली बर्फबारी हुई।  
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पहाड़ों में बदला मौसम का मिजाज, यमुनोत्री में बर्फबारी, जानें कहां होगी गरज के साथ भयंकर बारिश

23 से लेकर 26 अक्टूबर तक ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कुछ हिस्सों में 70 मिमी से लेकर 200 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।

Dayanidhi

मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है, मौसम विभाग ने कहा है कि इस सप्ताह के दौरान भी यहां भारी बारिश होने की कोई संभावना नहीं है। वहीं उत्तर भारत में दिल्ली-एनसीआर की बात करें तो अक्टूबर में दिन के मौसम का गर्म रहना जारी है। जबकि पिछले कई सालों से दिल्ली में सर्दी अक्टूबर के महीने में शुरू हो रही थी। जबकि अभी भी दिल्ली-एनसीआर में लोगों का गर्म मौसम पीछा नहीं छोड़ रहा है, हालांकि सुबह और शाम ठंड का अहसास होने लगा है।

वहीं उत्तराखंड में लगातार मौसम का मिजाज बदल रहा है। सभी जनपदों में पारा लुढ़क रहा है, जिससे ठिठुरन बढ़ रही है। ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों पर बर्फबारी और हल्की बारिश जारी है, जिसके कारण निचले इलाकों में तापमान में गिरावट देखी जा रही है। कल, यानी 22 अक्टूबर की शाम को उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री में सीजन का पहला हिमपात हुआ। आज यानी 23 अक्टूबर के मौसम की बात करें, तो कुछ जिलों में गरज के साथ बूंदाबांदी होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

चक्रवातीय गतिविधि का असर पूर्वी भारत के अलग-अलग हिस्सों में देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट के हवाले से कहा है कि 23 से लेकर 26 अक्टूबर तक ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका है। वहीं 24 और 25 अक्टूबर को कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ इलाकों में भयंकर बारिश होने के आसार जताए गए हैं, यानी ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में 70 मिमी से लेकर 200 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।

चक्रवात की वजह से पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कुछ हिस्सों में 23 से लेकर 26 अक्टूबर तक तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। 24 और 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में अत्यंत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां बादलों के 70 मिमी से लेकर 200 मिमी तक बरसने के आसार हैं।

वहीं चक्रवात का असर झारखंड के कुछ हिस्सों पर दिख सकता है, यहां 24 अक्टूबर को हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, जबकि 25 अक्टूबर को झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, झारखंड में भी 70 मिमी से लेकर 200 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।

भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप को लेकर जारी मौसम विभाग के अपडेट में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कई हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। जबकि इस सप्ताह के दौरान शेष इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा कर्नाटक में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां सात सेमी (70 मिमी) से अधिक बारिश हो सकती है।

पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव देखें तो अगले तीन दिनों के दौरान यहां के कोंकण एवं गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में वज्रपात होने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। साथ ही कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी के साथ बिजली गिरने के भी आसार हैं।

अगले चार दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत के असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कई इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात के आसार हैं। अगले सात दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

वहीं आज, यानी 23 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां सात सेमी (70 मिमी) से अधिक बरस सकते हैं बादल। 23 और 24 अक्टूबर को असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भी गरज के साथ भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में भी सात सेमी (70 मिमी) से अधिक बारिश हो सकती है।

समुद्र में भारी हलचल

तूफानी गतिविधि के चलते समुद्री इलाकों में उथल-पुथल बढ़ गई है, मौसम विभाग ने कहा है कि आज, मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आशंका जताई गई है।

आज, उत्तर बंगाल की खाड़ी से सटे मध्य के कई हिस्सों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं। वहीं, पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से सटे कई हिस्सों में 60 से 90 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

तूफानी हवाओं की गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की गई है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के पोखरण में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 22 अक्टूबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों, केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, सौराष्ट्र और कच्छ, पश्चिम मध्य प्रदेश, असम और मेघालय, मिजोरम, कोंकण और गोवा, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।