पश्चिमी विक्षोभ 27 अक्टूबर से होगा सक्रिय, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश व बर्फबारी की संभावना, उत्तर भारत में ठंड बढ़ेगी। 
मौसम

अरब सागर से बंगाल की खाड़ी तक उथल-पुथल, पहाड़ों पर साफ व सर्द मौसम

देश के दक्षिणी, पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश, वहीं उत्तर में पश्चिमी विक्षोभ से बढ़ेगी ठंड और बर्फबारी के आसार।

Dayanidhi

  • अरब सागर में डिप्रेशन सक्रिय, अगले 24 घंटों में उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ने का अनुमान, तटीय कर्नाटक, गोवा और केरल में भारी बारिश के आसार।

  • बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र गहराया, 27 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान में बदलने का अंदेशा, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु में अलर्ट।

  • पश्चिमी विक्षोभ 27 अक्टूबर से होगा सक्रिय, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश व बर्फबारी की संभावना, उत्तर भारत में ठंड बढ़ेगी।

  • देश के दक्षिण और पश्चिमी हिस्सों में मूसलाधार बारिश, कई राज्यों में येलो अलर्ट, केरल व माहे में फ्लैश फ्लड का खतरा।

  • दिल्ली में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस, इस मौसम का सबसे कम, वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में, अगले छह दिनों तक सुधार की संभावना कम।

अक्टूबर 2025 के अंतिम सप्ताह में भारत के मौसम में बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं। इस समय देश के दोनों समुद्री तटों- अरब सागर और बंगाल की खाड़ी पर दो अलग-अलग मौसमी गतिविधियां सक्रिय हैं, जो आने वाले दिनों में कई राज्यों के मौसम को प्रभावित करेंगे। इसके साथ ही, पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है, जिससे हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग ने आज सुबह, 25 अक्टूबर, 2025 को अपने बुलेटिन में इन सभी घटनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी जारी की है।

पूर्व-मध्य अरब सागर में डिप्रेशन सक्रिय है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इसके अगले 24 घंटों में उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा की ओर बढ़ने के आसार हैं। इसके कारण कोकण और गोवा, कर्नाटक और केरल के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। अरब सागर में समुद्र की ऊंची लहरें उठने की आशंका है।

वहीं, बंगाल की खाड़ी में भी एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। यह दक्षिण-पूर्व और इससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी में स्थित है और धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। 27 अक्टूबर की सुबह तक इसके एक चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है।

इसके कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश होने की आशंका बढ़ जाएगी। आने वाले दिनों में इसकी वजह से देश के दक्षिण और पूर्वी भागों के मौसम पर असर पड़ेगा।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 25 अक्टूबर, 2025 को देश के कई हिस्सों में गरज के साथ मूसलाधार बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। इन राज्यों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, गुजरात, केरल और माहे, कोकण और गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है । यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बारिश के साथ-साथ 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने तथा वज्रपात की आशंका व्यक्त की गई है। जबकि आज, केरल और माहे, लक्षद्वीप, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने के आसार हैं।

उत्तर भारत का तापमान व मौसम का मिजाज

उत्तर भारत के मौसम में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं होने की संभावना है। आने वाले चार से पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान लगभग समान रहेगा। हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले दो दिनों में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। इससे सुबह और रात में ठंड महसूस होगी।

उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में हुई बारिश व ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी ने सर्दी का सितम बढ़ा दिया है। सर्द हवाएं चलने से ठंड ज्यादा महसूस की जा रही है। वहीं, उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में दिन के समय चटख धूप खिलने से गर्मी का अहसास हो रहा है, हालांकि सुबह-शाम मौसम में ठंडक महसूस हो रही है। प्रदेश के अधिकतर इलाकों में धूप निकलने से तापमान सामान्य के करीब बना हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो आज, राज्य के लगभग सभी जनपदों में मौसम के साफ और शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान है।

वहीं पहाड़ी राज्य हिमाचल में मौसमी बदलाव की बात करें तो यहां आए दिन मौसम का रुख बदलता दिख रहा है। प्रदेश के कई इलाको में इस दौरान बारिश होने का पूर्वानुमान है। प्रदेश के कई इलाकों में हल्की बारिश भी रेकॉर्ड की गई है। वहीं कुछ हिस्सों में दोपहर में गर्मी बढ़ने से तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रहीं है। आज, 25 अक्टूबर, 2025 को प्रदेश मौसम के साफ बने रहने का अनुमान लगाया गया है।

मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में यह भी बताया है कि 27 अक्टूबर, 2025 से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम को प्रभावित करने के आसार हैं। इसके असर से जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और हल्की बर्फबारी हो सकती है। इससे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी ठंडक बढ़ सकती है।

राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 0.2 डिग्री की गिरावट है और इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 को 15 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस रहा था। दिल्ली में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दिखता है।

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि आज, दिल्ली में अधिकतम तापमान के 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शनिवार तक बहुत खराब श्रेणी में बने रहने के आसार हैं, जिसके बाद अगले छह दिन तक यह ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ के बीच रहने का अंदेशा जताया गया है।

फ्लैश फ्लड का खतरा

मौसम विभाग ने केरल और माहे के कुछ इलाकों में अचानक बाढ़ आने की आशंका है। इनमें प्रमुख रूप से तिरुवनंतपुरम, इडुक्की, कोट्टायम और पत्तनमतिट्टा जिले शामिल हैं। इन इलाकों में भारी वर्षा से निचले इलाकों में जलभराव और भूस्खलन व अचानक बाढ़ का अंदेशा है।

वर्तमान में भारत के चारों दिशाओं से मौसमी परिवर्तन के संकेत मिल रहे हैं। जहां पश्चिम में अरब सागर का डिप्रेशन, पूर्व में बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने के आसार, उत्तर में आने वाला पश्चिमी विक्षोभ शामिल है। इन सभी मौसमी गतिविधियों के कारण आने वाला सप्ताह मौसमी रूप से अत्यंत सक्रिय बना रह सकता है।

लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम विभाग के नवीनतम बुलेटिन पर ध्यान दें, विशेष रूप से तटीय और पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें। मछुआरे समुद्र में न जाएं और जारी चेतावनियों का पालन करें।

अक्टूबर 2025 का यह सप्ताह भारत के लिए मौसम की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। जहां एक ओर दक्षिण और पश्चिमी तटों पर बारिश और तेज हवाओं का दौर रहेगा, वहीं उत्तर भारत में सर्दी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। बदलते मौसम के इस दौर में सजगता और तैयारी ही सबसे बड़ा बचाव है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 24 अक्टूबर, 2025 को राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 24 अक्टूबर, 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, असम और मेघालय, कोंकण और गोवा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।

वहीं कल, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, सौराष्ट्र और कच्छ, मराठवाड़ा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितना बरसा पानी?

कल, 24 अक्टूबर, 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के मछलीपट्टनम में 3 सेमी, काकीनाडा और नरसापुर प्रत्येक जगह 2 सेमी, तेलंगाना के हनामकोंडा में 2 सेमी, केरल और माहे के तिरुवनंतपुरम-शहर और तिरुवनंतपुरम-हवाई अड्डा प्रत्येक जगह 2 सेमी, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के गडग में 2 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कन्याकुमारी में 2 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के सांगली में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।