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संसद में आज: 2022 में उत्तराखंड में हीट वेव या लू के दिनों की औसत संख्या सबसे ज्यादा रही

Madhumita Paul, Dayanidhi

भारत में हीट वेव या लू

1901 से 2022 की अवधि के आंकड़ों के अनुसार भारत में मार्च और अप्रैल 2022 के दौरान लंबे समय तक हीट वेव या लू का अनुभव किया गया। पूरे भारत में मार्च 2022 का औसत अधिकतम तापमान (33.1 डिग्री सेल्सियस) और उत्तर पश्चिमी भारत (30.7 डिग्री सेल्सियस) सबसे अधिक था और यह मध्य भारत में (35.2 डिग्री सेल्सियस) दूसरा सबसे अधिक तापमान था।

अप्रैल 2022 का औसत अधिकतम तापमान मध्य भारत (38.04 डिग्री सेल्सियस) और उत्तर-पश्चिम भारत (36.32 डिग्री सेल्सियस) के लिए उच्चतम और अखिल भारतीय रूप में तीसरा 35.3 डिग्री सेल्सियस) 1901 से 2022 की अवधि के दौरान सबसे अधिक था, यह आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में बताया।

सिंह ने कहा कि संसद में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में उत्तराखंड में हीट वेव या लू के दिनों की औसत संख्या सबसे ज्यादा थी। 2022 में हीट वेव या लू के दिनों की औसत संख्या 28 रही।

खाद्य अपशिष्ट सूचकांक रिपोर्ट

मार्च, 2021 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) द्वारा जारी "खाद्य अपव्यय सूचकांक रिपोर्ट 2021" के मुताबिक भारत में घरों में भोजन की बर्बादी का अनुमान 50 किलोग्राम, प्रति व्यक्ति, प्रति वर्ष है जो कई विकसित देशों की तुलना में कम है। इस बात की जानकारी आज उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लोकसभा में दी।

चौबे ने कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने विभिन्न खाद्य वितरण एजेंसियों और अन्य हितधारकों को एकीकृत करके अतिरिक्त भोजन के दान को बढ़ावा देने और भोजन की बर्बादी को कम करने में मदद करने के लिए "भोजन को साझा करें भोजन बचाएं" नामक एक सामाजिक पहल शुरू की है।

जम्मू और कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने का पूर्वानुमान

अमरनाथ गुफा के पास हुई इस घटना की अवधि के दौरान क्षेत्र में वर्षा की घटना का पूर्वानुमान भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कम तीव्रता के साथ लगाया था। दुनिया भर में बादल फटने की घटना का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है, यह आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में बताया।

प्राकृतिक आपदाओं के कारण मौतें

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा प्रदान किए गए आंकड़ों के मुताबिक हिमस्खलन तथा हिमपात के कारण 2021-22 में कुल 12 मौतें हुई और 2020 में बिजली गिरने से होने वाली कुल मौतें की संख्या 2862 थीं, जैसा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा भी प्रदान किए गए थे। इस बात की जानकारी आज गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में दी।

कर्नाटक में कॉफी उत्पादक

आज वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने लोकसभा में बताया कि कॉफी उगाने वाले क्षेत्रों में बेमौसम बारिश ने खड़ी कॉफी की फसल को नुकसान पहुंचाया है और साथ ही कॉफी की फसल की कटाई और प्रसंस्करण में बाधा उत्पन्न हुई है।

लोकसभा में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, पिछले कटाई के मौसम (अक्टूबर 2021 से मार्च 2022) में कॉफी की कुल 23,140 मीट्रिक टन फसल का नुकसान हुआ है।

रेलवे द्वारा जल प्रबंधन

रेलवे ने जल उपयोग दक्षता को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेलवे जल नीति 2017 शुरू की थी और इस प्रकार वर्ष 2030 तक पानी की खपत में 20 फीसदी की कमी के भारत के राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) में योगदान करने के लिए अब तक पानी के संरक्षण में अहम भूमिका निभाई।

यह आज रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया।

वैष्णव ने कहा कि जल आपूर्ति के विभिन्न स्रोतों जैसे नगरपालिका जल आपूर्ति, भूमिगत पंपिंग, हैंड-पंपों से आपूर्ति, बरसात के कुओं आदि के रेलवे के पास पानी के उपयोग के लिए कोई केंद्रीकृत आंकड़े नहीं हैं।

देश में कुपोषण में कमी

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (इनएफएचएस)-5 (2019-21) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इनएफएचएस-4 (2015-16) की तुलना में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के पोषण संकेतकों में सुधार हुआ है। जिन बच्चों का शारीरिक विकास नहीं हुआ (स्टंटिंग) 38.4 फीसदी से घटकर 35.5 फीसदी हुआ, कमजोर (वेस्टिंग) 21.0 फीसदी से घटकर 19.3 फीसदी और कम वजन (अंडरवेट) का प्रचलन 35.8 फीसदी से घटकर 32.1 फीसदी हो गया है। इस बात की जानकारी आज महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने राज्यसभा में दी।