मौसम

पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी से बढ़ी ठंड, कई इलाकों में ओले गिरने की आशंका

Varsha Singh

हिमालयी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आज ज्यादातर जगहों पर बादल छाए हुए हैं। ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश-बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार 28 नवंबर तक बारिश-बर्फबारी का मौसम बना रहेगा। इसके बाद 5 दिसंबर तक कोई बड़ी बारिश या बर्फबारी नहीं होगी। 

उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में सोमवार रात से बारिश शुरू हो गई है। ऊंचाई वाले इलाकों पर बर्फ़बारी से ठंड में इज़ाफा हो गया है। देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले तीन दिन तक बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी रहेगा। इसके साथ ही मंगलवार और बुधवार के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है। राज्य में देहरादून, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार में ओले गिरने के आसार है, जबकि उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले इलाकों में कहीं-कहीं भारी बर्फ़बारी का अनुमान जताया गया है।

देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक मंगलवार रात से पर्वतीय जिलों में 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में ज्यादा बर्फबारी हो सकती है। उनके मुताबिक इस वर्ष अक्टूबर में उत्तराखंड में 32.0 मिमी. बारिश-बर्फ़बारी हुई, जबकि सामान्य बारिश 35.3 मिमी. होती है। इस लिहाज से सामान्य से 9 फीसदी कम बारिश हुई। 25 नवंबर तक 2.2 मिमी. बारिश हुई। जबकि सामान्य बारिश 6.5 मिमी होती है। तो सामान्य से 66 प्रतिशत कम बारिश हुई।

उत्तराखंड के साथ हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में भी पश्चिमी विक्षोभ के चलते गुरुवार तक बारिश-बर्फ़बारी के आसार बने हुए हैं। हिमाचल के मध्य और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में ज्यादातर जगहों पर इन तीन दिनों में बारिश-बर्फ़बारी की बात कही गई है।

वहीं, जम्मू-कश्मीर मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने डाउन टु अर्थ को बताया कि उंचाई वाले इलाकों में हम हलकी बारिश-बर्फ़बारी की उम्मीद कर रहे हैं। उनके मुताबिक गुलमर्ग, ज़ोजिला, मुगलरोड, करगिल, लद्दाख समेत कुछ क्षेत्रों में मंगलवार से बर्फ़बारी शुरू होगी। सोनम के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में इस बार नवंबर महीने में सामान्य से अधिक बर्फबारी हुई है। खासतौर पर दूसरे हफ्ते में। 

हिमालयी क्षेत्रों में बारिश से ठंड बढ़ेगी, इसके साथ ही मैदानी क्षेत्रों में छाए कोहरे से भी लोगों को निजात मिलेगी।