मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा और आसपास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ लगातार चक्रवाती प्रसार के रूप में बना हुआ है। यह समुद्र तल से औसतन 3.1 किमी से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते भारतीय प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। साथ ही पश्चिमी हिमालयी इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
श्रीनगर में मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, यहां छह दिसंबर की शाम का तापमान काफी कम दर्ज किया गया। तापमान के लुढ़कने से यहां के कई इलाकों में सर्दी का सितम बढ़ गया है। वहीं, दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में छह दिसंबर को न्यूनतम तापमान शून्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। इन हिस्सों में भी सर्दी अपने चरम पर है।
साथ ही मौसम विभाग ने कश्मीर घाटी के कई इलाकों में 10 दिसंबर तक मौसम के शुष्क बने रहने की बात कही है। 11 दिसंबर से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर पश्चिम भारत के मौसम के मिजाज में भारी बदलाव होने का अनुमान है।
वहीं देश की राजधानी दिल्ली में मौसम संबंधी बदलाव की बात करें तो, यहां अधिकतम तापमान के 25 डिग्री तथा न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है। सुबह के समय कोहरा छा सकता है, लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे आसमान साफ हो जाएगा। प्रदूषण से आज भी यहां राहत मिलने की संभावना नहीं है, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।
मौसम विभाग ने आज, यानी सात दिसंबर को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई है।
करीब 10 दिसंबर तक उत्तराखंड में मौसम शुष्क बना रहेगा। यहां ऊंची चोटियों पर हो रही बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पर्वतीय क्षेत्रों में पाला और मैदानी इलाकों में कोहरा छाने से लोगों की परेशानी बढ़ सकती है।
मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान के मुताबिक, दक्षिण छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्र में अब अच्छी तरह से कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, हालांकि इससे संबंधित चक्रवाती प्रसार उसी इलाके में जारी है, यह समुद्र तल से औसतन 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधि के चलते मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है, यानी इन हिस्सों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
वहीं आठ और नौ दिसंबर को केरल और माहे में और नौ दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
कहां चलेंगी तेज हवाएं, कहां पड़ेगी गरज के साथ बौछारें तथा कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग के अनुसार आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
कहां हुआ तापमान में उतार-चढ़ाव?
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के अधिकांश तटीय इलाकों, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, तेलंगाना, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया जा रहा है।
वहीं कल, रायलसीमा और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कई इलाकों, पूर्वी राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री यानी काफी ऊपर दर्ज किया गया है।
गुजरात, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे के कई हिस्सों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
वहीं,अधिकतम तापमान को देखें तो, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया।
तेलंगाना के कई इलाको, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, पंजाब, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से -5.1 डिग्री सेल्सियस यानी काफी कम दर्ज किया गया।
गुजरात तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश इलाकों, राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा बिहार के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -3.0 डिग्री सेल्सियस, काफी कम दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, छह दिसंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कई इलाकों, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश, केरल और माहे, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, छह दिसंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अनकापल्ली में 6 सेमी, विशाखापत्तनम में 3 सेमी, ओडिशा के गंजम में 4 सेमी, सुंदरगढ़, खुर्दा, कटक प्रत्येक जगह 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 3 सेमी, झारखंड के रामगढ़ में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों, सीकर (पूर्वी राजस्थान) में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, कारवार (तटीय कर्नाटक) में अधिक तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।