मौसम

पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में कड़ाके की ठंड, राजस्थान में शीतलहर का अलर्ट

Dayanidhi

मौसम विभाग के अनुसार आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों तथा पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को भारी सर्दी के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा। जबकि पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में भी ठंड का कहर रहेगा।

वहीं कल, हरियाणा के कई हिस्सों में लोगों को भीषण सर्दी का कहर झेलना पड़ा, जबकि राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों, दिल्ली के कुछ इलाकों, पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी ठंड महसूस की गई।

मौसम विभाग ने आज, यानी छह जनवरी को राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में शीतलहर चलने की आशंका व्यक्त की है, जिसके कारण ठिठुरन बढ़ने के आसार हैं।

कहा छाएगा कोहरा?
आज और कल पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में शाम और सुबह के समय लोगों को घने से बहुत घने कोहरे की वजह से समस्याएं हो सकती हैं। वहीं अगले 24 घंटों के दौरान इन राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

छह जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के कुछ घंटों के दौरान घने से बहुत घना कोहरा देखा गया। सात और आठ जनवरी को भी इन राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।

आने वाली नौ जनवरी तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में सुबह कुछ घंटों के दौरान घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है। छह से आठ जनवरी के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में छाएगा घना कोहरा।

छह और सात जनवरी को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा में लोगों को घने कोहरे से दो चार होना पड़ेगा।

वहीं कल, पंजाब, हरियाणा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा और दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, बिहार, उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया।

कोहरे की वजह से दृश्यता पर भी असर देखा गया, जहां कल, पंजाब के लुधियाना में दृश्यता 200 मीटर, पटियाला में दृश्यता 500 मीटर, हरियाणा और दिल्‍ली के अंबाला में दृश्यता 200 मीटर, भिवानी में दृश्यता 500 मीटर, आयानगर और सफदरजंग प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के फुरसतगंज में दृश्यता 200 मीटर, वाराणसी में दृश्यता 200, लखनऊ एवं गोरखपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।  

वहीं कल, असम और मेघालय के हाफलोंग में दृश्यता 200 मीटर, उत्तराखंड के पंतनगर में दृश्यता 500 मीटर, पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ एवं झांसी प्रत्‍येक जगह दृश्यता 500 मीटर, पश्चिमी मध्य प्रदेश के रतलाम, गुना, ग्वालियर, होशंगाबाद प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, पूर्वी मध्य प्रदेश के सागर, खजुराहो और सतना प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, पूर्वी राजस्थान के कोटा में दृश्यता 500 मीटर, बिहार के गया में दृश्यता 500 मीटर रही।

कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान को देखें तो, लक्षद्वीप के इलाकों में चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है। इसके कारण अगले चार से पांच दिनों के दौरान तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश तक बारिश हो सकती है।

आने वाली आठ जनवरी तक तमिलनाडु में गरज के साथ बादलों के बरसने तथा बिजली गिरने के आसार जताए गए हैं। सात जनवरी तक केरल, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने की आशंका जताई गई है।

अगले पांच दिनों के दौरान मध्य प्रदेश में कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, आज, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। इन राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने की संभावना है।

आज, तमिलनाडु और केरल के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यानी इन दोनों राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं आज, मध्य प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात के आसार हैं

पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती प्रसार के रूप में उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बना हुआ है, इसकी वजह से चक्रवाती प्रसार उत्तर-पूर्व राजस्थान और इसके निचले स्तरों पर जारी है। मौसम विभाग की मानें तो, आठ जनवरी से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है। इसके कारण उत्तर पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव होने का पूर्वानुमान है।

आठ और नौ जनवरी को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। वहीं उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है।

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी, मन्नार की खाड़ी और आसपास के कोमोरिन क्षेत्र से सटे तमिलनाडु तट पर 40 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, पांच जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश
कल, पांच जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।

तापमान में उतार चढ़ाव की बात करें तो, मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं जताई है।

कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में बीकानेर (पश्चिमी राजस्थान) में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, कन्नूर एम.ए.पी (केरल और माहे) में अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।