मौसम

अक्टूबर 2021: बारिश और तापमान के कई रिकॉर्ड टूटे, आपदाओं में 136 की मौत

मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, अक्टूबर 2021 के दौरान सामान्य से न केवल अधिक बारिश हुई बल्कि 34 इलाकों में 24 घंटे के दौरान होने वाली बारिश के पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए

Raju Sajwan

अक्टूबर 2021 के दौरान मौसम बहुत बेइमान रहा। कई इलाकों में जहां बारिश के पिछले रिकॉर्ड टूटे। वहीं, न्यनूतम तापमान के भी नए रिकॉर्ड बने। इस दौरान मौसमी आपदाओं की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में 136 लोग मारे गए, जबकि 34 लोग घायल हुए और 13 लोग लापता हैं।

मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी अक्टूबर 2021 की क्लाइमेट समरी बताती है कि इस माह में पूरे देश में 100.7 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई। जो दीर्घ अवधि अनुमान (एलपीए) से 33 फीसदी अधिक रही। इस महीने का एलपीए 76 मिमी है।

उत्तर पश्चिम भारत में सबसे अधिक (एलपीए से 191.2 फीसदी अधिक) बारिश रिकॉर्ड की गई। इस क्षेत्र में 67 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य तौर पर यहां 23 मिमी बारिश होती है। इससे पहले यहां 1956 (150 मिमी), 1955 (147.7 मिमी), 1917 (101.6 मिमी), 1986 (93.9 मिमी) अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई थी।

क्लाइमेट समरी के मुताबिक 1975 से 2021 के दौरान सातवीं बार मॉनसून 2021 की वापसी अक्टूबर में हुई, जबकि 2010 से 2021 के बीच पांच साल मॉनसून की वापसी अक्टूबर में हुई। ये साल 2021 के अलावा 2020, 2016, 2017 और 2010 थे।

केरल में 1901 से अब तक अक्टूबर महीने में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। यहां एलपीए से 94.4 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। जबकि उत्तराखंड में 1901 से लेकर पांचवीं बार अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। अक्टूबर 2021 में एलपीए से 475.7 प्रतिशत अधिक बारिश हुई, जबकि इससे पहले अक्टूबर में 1956 में एलपीए से 959.2 प्रतिशत, 1955 में 693.2 प्रतिशत, 1910 में 649.6 प्रतिशत और 1985 में 524.9 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।

मौसम विभाग के मुताबिक अक्टूबर 2021 में 34 मौसम केंद्रों में 24 घंटे के दौरान होने वाली बारिश के पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए। सबसे अधिक बारिश नैनीताल में हुई। यहां 19 अक्टूबर 2021 को 401 मिमी बारिश हुई, इससे पहले यहां 9 अक्टूबर 1956 को 300.7 मिमी बारिश हुई थी।

दूसरे नंबर पर मुक्तेश्वर रहा। यहां भी 19 अक्टूबर को 340.8 मिमी बारिश हुई, जबकि इससे यहां 2 अक्टूबर 1910 में 182.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। इसके अलावा फॉर्बसगंज में 20 अक्टूबर 2021 को 257.4 मिमी रिकॉर्ड बारिश हुई।

19 अक्टूबर 2021 को उत्तराखंड में नैनीताल, मुक्तेश्वर के अलावा चमोली (101.2 मिमी), जोशीमठ (185.4 मिमी), पौड़ी (112 मिमी), धारचूला (196 मिमी) रिकॉर्ड बारिश हुई।

मौसम विभाग की इस रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर माह के दौरान पांच कम दबाव प्रणाली (लो प्रेशर सिस्टम) बनी। इनमें चार उत्तरी हिंद महासागर में बने। इनमें से दो अरब सागर के ऊपर बने, जिसमें शाहीन चक्रवात भी शामिल था। इसका असर मौसम पर पड़ा।

तापमान भी असामान्य 

रिपोर्ट बताती है कि तापमान की दृष्टि से भी अक्टूबर 2021 असामान्य रहा। पूरे देश का औसत अधिकतम तापमान 31.42 डिग्री सेल्सियस (सामान्य 31.16 डिग्री सेल्सियस) , न्यूनतम तापमान 22.16 डिग्री (सामान्य 20.88 डिग्री सेल्सियस) और औसत तापमान 26.79 डिग्री सेल्सियस (सामान्य 26.02 डिग्री सेल्सियस) रहा। सामान्य तापमान की गणना 1981 से 2010 के आंकड़ों के आधार पर की गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक 1901 से लेकर 2021 के दौरान अक्टूबर 2021 का औसत न्यूनतम तापमान दूसरा उच्चतम रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 1951 में देश का न्यूनतम तापमान 22.18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।

दक्षिण प्रायद्वीप में टूटा रिकॉर्ड

अक्टूबर 2021 में दक्षिण प्रायद्वीप में न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड टूट गया। अक्टूबर 2021 में यहां न्यूनतम तापमान 24.46 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि इससे पहले यहां न्यूनतम तापमान 2015 में 24.38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।

पूर्वोत्तर में असामान्य रहा तापमान

अक्टूबर 2021 पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्र में 32.11 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया, जो 1901 के बाद से अब तक दूसरा उच्चतम महीना रहा। इससे पहले अक्टूबर 2020 में अधिकतम तापमान 32.45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

जबकि पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्र न्यूनतम तापमान के मामले में तीसरा उच्चतम महीना रहा। अक्टूबर 2021 में यहां का न्यूनतम तापमान 22.74 डिग्री रहा, जबकि इससे 2020 में 22.83 डिग्री और 1915 में 22.75 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था।

इसी क्षेत्र में अक्टूबर 2021 में औसत तापमान 27.42 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि इससे पहले 2020 में 27.45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

आपदाओं में गई 136 की जान

मौसम विभाग की यह रिपोर्ट बताती है कि 1 से 31 अक्टूबर 2021 के दौरान मौसमी आपदाओं में 136 लोगों की जान गई। 34 लोग घायल हुए और 13 लोग लापता थे।

इनमें से 111 लोगों की जान बाढ़, भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से गई। सबसे अधिक नुकसान उत्तराखंड के जिलों में 16 से 19 अक्टूबर के दौरान हुई बारिश की वजह से हुआ। इस वजह से 52 लोगों की जान गई, 17 लोग घायल हुए और पांच लोग लापता थे। इसके बाद केरल का नंबर रहा। यहां 11 से 19 अक्टूबर के दौरान 44 लोगों की जान गई और 6 लोग लापता थे। इसके अलावा कर्नाटक में आठ, महाराष्ट्र में पांच और तेलंगाना में दो लोगों की मौत हुई।

जबकि आकाशीय बिजली और आंधी तूफान के कारण 1 से 31 अक्टूबर के दौरान 21 लोगों की मौत हो गई, 14 लोग घायल हुए और पांच पशुओं की मौत हो गई। सबसे अधिक (12) मौत महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में हुई। इसके बाद मध्यप्रदेश के नीमच में 3 अक्टूबर को हुई घटना में चार लोगों की मौत हुई।

मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 1 अक्टूबर 2021 को हुई बर्फबारी में 4 लोगों की मौत हुई, जबकि दो लोग लापता हो गए।