मौसम

उत्तराखंड, हिमाचल से लेकर जम्मू-कश्मीर तक बारिश-बर्फबारी-ओलावृष्टि का दौर जारी

कल उत्तराखंड के चमोली जिले के औली में इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई, तीन और चार फरवरी को जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत इन राज्यों में ओलावृष्टि के आसार

Dayanidhi

मौसम विभाग के अनुसार, एक चक्रवाती प्रसार पूर्वी असम और इससे सटे इलाकों के निचले स्तरों पर जारी है। वहीं एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने कहा कि तीन से पांच फरवरी के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है, यानी इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

वहीं कल, उत्तराखंड, हिमाचल से लेकर जम्मू और कश्मीर तक बर्फबारी का दौर जारी रहा, जबकि चमोली के औली में इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई।  उत्तराखंड के बद्रीनाथ में बर्फबारी का दौर जारी है, जबकि रुद्रप्रयाग और टिहरी में बर्फ की चादर देखी जा सकती है।   

चार फरवरी को भी जम्मू और कश्मीर, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी होने की संभावना है।

वहीं उत्तर के कई राज्यों में मौसम विभाग ने ओलावृष्टि होने की आशंका जताई है। तीन और चार फरवरी को जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने के आसार हैं

देश के मैदानी इलाकों के मौसम में बदलाव की बात करें तो तीन और चार फरवरी को पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में और चार और पांच फरवरी को उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम, जबकि कुछ हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन सभी हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं, पूर्वोत्तर भारत के मौसम में बदलाव देखें तो, तीन से छह फरवरी के दौरान अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम तथा कुछ इलाकों में भारी बारिश तथा बर्फबारी हो सकती है। तीन फरवरी को पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है।

तापमान में उतार चढ़ाव
देश के तमाम हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड के मैदानी इलाकों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सात से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 11 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। जबकि, देश के उत्तरी हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहा।

हालांकि मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं जताई है। वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है और उसके बाद कोई खास बदलाव होने का पूर्वानुमान नहीं है।

कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, तमिलनाडु के. परमाथी में अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, दो फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश
कल, दो फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान अरुणाचल प्रदेश के बोलांग में 3 सेमी, नामसाई में 1 सेमी, कम्बा में 1 सेमी, कायिंग में 1 सेमी, डीड में 1 सेमी, नायापिन में 1 सेमी, असम के उत्तर लखीमपुर में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

कल कहां हुई ओलावृष्टि?
कल, दो फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ओलावृष्टि हुई।

कहां रहा कोहरे का कहर?
कल सुबह पश्चिमी राजस्थान और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाया रहा, वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया।

कोहरे की वजह से कल देश के कई हिस्सों में दृश्यता में कमी रही। कल, दिल्ली के पालम में दृश्यता 50 मीटर, पश्चिमी राजस्थान के चूरू में दृश्यता 50 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दृश्यता 500 मीटर, बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के डायमंड हार्बर में दृश्यता 200 मीटर, कोलकाता में दृश्यता 500 मीटर, ओडिशा के भुवनेश्वर में दृश्यता 200 मीटर तथा चांदबाली में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।