मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा और उसके आसपास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके कारण 21 और 22 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड में हल्की बारिश व ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है।
बर्फबारी और बारिश के चलते किसानों को जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड में गेहूं, सरसों, दालें व अन्य खड़ी फसलों, सब्जियों और बागवानी फसलों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि उत्तर बांग्लादेश से लेकर तेलंगाना तक हवाओं का एक ट्रफ बना हुआ है और बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों के निचले स्तरों पर उल्टा चक्रवाती प्रसार जारी है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते 21 और 23 फरवरी को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड और ओडिशा में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
वहीं, 22 फरवरी को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। वहीं कल, यानी 22 फरवरी को पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में ओले गिरने के आसार हैं। जबकि, कल छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में ओलावृष्टि रिकॉर्ड की गई।
ओलावृष्टि के चलते पश्चिम बंगाल में गंगा तटीय इलाकों, ओडिशा और झारखंड में फलों के बगीचों और सब्जियों को नुकसान से बचाने के लिए किसानों को मौसम विभाग ने ओलावृष्टि जाल या ओला कैप का उपयोग करने का सुझाव दिया है।
भारी बारिश व ओले गिरने के दौरान पशुओं को शेड के अंदर रखने और उन्हें संतुलित आहार उपलब्ध करवाने की भी सलाह दी गई है। चारे को खराब होने से बचाने के लिए उसे सुरक्षित स्थान पर रखने की भी सुझाव दिया गया है।
पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव
नागालैंड और उसके आसपास के इलाकों के निचले स्तरों में एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण अगले एक हफ्ते के दौरान पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की बारिश के दौर के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
वहीं आज, यानी 21 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ बौछारें पड़ने और वज्रपात होने की आशंका जताई गई है। जबकि आज, 21 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 70 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
अरुणाचल प्रदेश में हो रही जमकर बारिश के चलते मौसम विभाग ने किसानों को सुझाव देते हुए कहा है कि यहां धान, सरसों, मटर, अन्य खड़ी फसलें, सब्जियां और बागवानी फसलों को जल जमाव से बचने की व्यवस्था करें।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, केरल और माहे, कोंकण और गोवा तथा पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में दिन के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है।
वहीं, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड के कई हिस्सों में दिन के तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई है तथा पश्चिमी हिमालयी इलाकों में तापमान में छह से 12 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
पश्चिम और भारतीय प्रायद्वीप तथा इससे सटे इलाकों के मध्य भारत में दिन का तापमान 32 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा । मध्य और पूर्वी भारत में दिन का तापमान 28 से 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों, शेष पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में दिन का तापमान 24 से 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
देश के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी अपडेट देखें तो विदर्भ के कुछ हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश तथा कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से 3.1 डिग्री से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर दर्ज किया गया।
वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, बिहार, असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा झारखंड के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रिकॉर्ड किया गया।
जबकि, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से माइनस पांच डिग्री से माइनस 3.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से माइनस तीन डिग्री से माइनस 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के कलबुर्गी में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के नाहन में न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश-बर्फबारी और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 20 फरवरी को पश्चिम बंगाल में गंगा के अधिकतर तटीय इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश व बर्फबारी हुई, जबकि, उत्तर प्रदेश, पंजाब, झारखंड और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 20 फरवरी को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के बर्दवान में 8 सेमी, अलीपुर में 5 सेमी, हल्दिया में 3 सेमी, साल्ट लेक, डायमंड हार्बर और कैनिंग प्रत्येक जगह 2 सेमी, उलुबेरिया और कोंताई प्रत्येक जगह 1 सेमी, जम्मू और कश्मीर,लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कटरा और जम्मू- प्रत्येक जगह 3 सेमी, बनिहाल, बटोटे और भद्रवाह प्रत्येक जगह 2 सेमी, कोकरनाग और कुपवाड़ा प्रत्येक जगह 1 सेमी, ओडिशा के चांदबाली में 2 सेमी, पंजाब के अमृतसर में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।