मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में जारी है। इसकी वजह से आज, यानी चार मार्च को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश तथा बर्फबारी होने की संभावना है।
मौसम विभाग की मानें तो एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के पांच मार्च की रात से सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में फिर से बदलाव करने के आसार हैं। इसके कारण पांच से सात मार्च के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। यहां 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
देश के अन्य हिस्सों में मौसम में बदलाव संबंधी गतिविधि की बात करें तो निचले स्तरों पर एक ट्रफ रेखा दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश से उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तक जारी है। निचले स्तरों पर हवाओं के संगम की वजह से आज, चार मार्च को बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। इन सभी राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत में मौसम में बदलाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो, पश्चिमी विक्षोभ तेजी से पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है जिसके कारण, अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी होने के आसार हैं।
वहीं आज, चार मार्च को अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है, यानी आज अरुणाचल में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।
चार और पांच मार्च को असम और मेघालय तथा नागालैंड के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, इन हिस्सों में यहां 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
तापमान में उतार चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है और उसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे चार से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है, हालांकि, उसके बाद कोई खास बदलाव नहीं होगा।
अगले तीन दिनों के दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस बढ़ने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
कल देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश भर में रायलसीमा के कुरनूल में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वहीं, अगले दो से तीन दिनों के दौरान रायलसीमा और केरल में गर्म और नमी भरे मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है।
कहां हुई ओलावृष्टि?
कल, तीन मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान उत्तराखंड के हल्द्वानी, मध्य प्रदेश के छतरपुर और पन्ना, उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, बस्ती, फतेहगढ़ और जालौन हर जगह ओलावृष्टि दर्ज की गई।
कल कहां हुई बर्फबारी?
कल, तीन मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बर्फबारी दर्ज की गई।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, तीन मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, तीन मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान उत्तराखंड के पंतनगर में 3 सेमी, मुक्तेश्वर कुमाऊं, टिहरी और मोकमपुर प्रत्येक जगह 1सेमी, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, मंडी और सुंदरनगर प्रत्येक जगह 1 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बहराइच और कानपुर प्रत्येक जगह 1 सेमी तथा झारखंड के डाल्टनगंज में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।