कल, उत्तर प्रदेश के दक्षिणी इलाकों, दिल्ली के कुछ हिस्सों तथा हरियाणा और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को गर्म हवाओं का सामना करना पड़ा। 
मौसम

अगले तीन दिनों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत इन राज्यों में दस्तक देगा मॉनसून, यहां लू का दौर जारी

आज और कल पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली में बिजली गिरने तथा तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है

Dayanidhi

देश के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी है, जहां तपिश से लोगों को राहत तो मिली है लेकिन उमस का सितम बना हुआ है। वहीं, उत्तर के कई इलाकों में गर्मी का प्रकोप जारी है, कल, हरियाणा, दिल्ली के कई इलाकों और उत्तरी राजस्थान, उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी इलाकों में अधिकतम तापमान 43 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। इन हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

कल, देश भर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में बिहार के डेहरी में न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

वहीं बढ़ते तापमान के चलते आज, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड के अलग-अलग इलाकों में लोगों को लू या हीटवेव का कहर झेलना पड़ सकता है। जबकि कल, उत्तर प्रदेश के दक्षिणी इलाकों, दिल्ली के कुछ हिस्सों तथा हरियाणा और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को गर्म हवाओं का सामना करना पड़ा।

आज, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा में गर्म और उमस भरे मौसम से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।

मॉनसून ट्रैकर
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों, कर्नाटक के शेष इलाकों, दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ और इलाकों में आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है।

वहीं इसी दौरान दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा के कुछ हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और इलाकों में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने का पूर्वानुमान है।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली और कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, नागालैंड और उसके आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। वहीं, बंगाल की खाड़ी से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों के निचले स्तरों पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं लगातार जारी है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए अगले सात दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है। इन हिस्सों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।

वहीं, 06 से 10 जून के दौरान असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो रायलसीमा और उसके आसपास के निचले इलाकों तथा तटीय कर्नाटक और इससे सटे हिस्सों में एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। जिसके कारण अगले पांच दिनों के दौरान केरल और माहे, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा कर्नाटक में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इन सभी राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

इसी दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में भी 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं कल, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश दर्ज की गई।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बने एक चक्रवाती प्रसार के कारण अगले पांच दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, मध्य प्रदेश में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है। यहां 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

मौसम विभाग के मुताबिक, आज, यानी छह जून को दक्षिण मध्य प्रदेश कुछ हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है

वहीं उत्तर-पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और उसके आसपास जारी है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के अगले दो दिनों तक जारी रहने की बात कही गई है।उपरोक्त गतिविधियों को देखते हुए अगले दो से तीन दिनों के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं। उत्तर के इन पहाड़ी राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं आज और कल पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली में बिजली गिरने, तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है, उत्तर के इन मैदानी हिस्सों में भी 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।

कहां चलेगी धूल भरी आंधी?
आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा छह से आठ जून के दौरान राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, पांच जून को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, पुदुचेरी, कराईकल और लक्षद्वीप के कई हिस्सों, रायलसीमा, तेलंगाना, मराठवाड़ा, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, असम और मेघालय, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, पांच जून को 8:30 से 5:30 के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मायाबंदर में 7 सेमी, लॉन्ग आइलैंड में 2 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के मीनामबक्कम में 6 सेमी, नुंगाबक्कम में 3 सेमी, वेल्लोर में 2 सेमी और मदुरै में 1 सेमी, हिमाचल प्रदेश के भुंतर में 2 और तुनी में 1 सेमी बारिश हुई।

वहीं कल, असम और मेघालय के बारापानी में 2 सेमी, चेरापूंजी में 1 सेमी, बिहार के सुपौल में 2 सेमी, तेलंगाना के कोठागुडेम में 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के काकीनाडा में 2 सेमी, लक्षद्वीप के अमिनदिवी में 2 सेमी तथा केरल और माहे के कोट्टायम में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।