आज, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम सहित इन राज्यों में जमकर बरस सकते हैं बादल 
मौसम

देश के कई हिस्सों में मॉनसूनी बारिश, लू से निजात लेकिन उमस का कहर जारी

आज, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

Dayanidhi

देश के कुछ हिस्सों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है, यहां तपिश के साथ-साथ लोगों को उमस का कहर भी झेलना पड़ रहा है। इन हिस्सों में पश्चिमी राजस्थान के कई इलाके, पंजाब के कुछ हिस्से, पूर्वी राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ इलाके शामिल हैं, जहां कल अधिकतम तापमान 40 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। इन इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।

मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो इस बात की राहत दिखाई दे रही है कि आज, यानी 27 जून को देश के किसी भी कोने में लू या हीटवेव चलने के आसार नहीं हैं

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून भी लगातार देश के अलग-अलग हिस्सों में अपनी बाहें फैला रहा है। इसी क्रम में इसके अगले दो से तीन दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर, गुजरात, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के कुछ और इलाकों में दस्तक देने एक अनुमान है।

वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकतर इलाकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों, पंजाब और हरियाणा के उत्तरी इलाकों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है।

अधिकतम और न्यूनतम तापमान देखें तो कल, देश भर में पश्चिम राजस्थान के बीकानेर में अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में गुजरात के बुलसर में न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां होगी भारी बारिश?

मौसम विभाग की मानें तो मौसम संबंधी कई गतिविधियां जारी हैं, जिनमें से पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में सक्रिय हो गया है। वहीं उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी से लेकर पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में निचले स्तरों पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। मध्य गुजरात और विदर्भ के ऊपर भी एक चक्रवाती प्रसार जारी है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त गतिविधियों को देखते हुए आज, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इन हिस्सों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और बिहार में भी जमकर बरस सकते हैं बादल, इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक हो सकती है बारिश।

आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, गुजरात, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना और उत्तर आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बादलों के बरसने का अनुमान है।

वहीं कल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। जबकि सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, कोंकण और गोवा के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसे बादल।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों के चलते आज, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है

वहीं आज, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड तथा ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात तथा तूफानी हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।

आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा और गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने के आसार हैं।

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज, लक्षद्वीप क्षेत्र, दक्षिण-पूर्वी अरब सागर, महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, कर्नाटक, केरल के तटों, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा तटों, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी और इससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और इससे सटे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर और मध्य अरब सागर, यमन तथा ओमान के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 26 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा के अलग-अलग हिस्सों, जम्मू, उत्तराखंड, असम और मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान के हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, मराठवाड़ा, मध्य प्रदेश और गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 26 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान गुजरात के गिर सोमनाथ में 8 सेमी, जूनागढ़, मोरबी और राजकोट हर जगह 7 सेमी, बनासकांठा में 6 सेमी, जामनगर में 4 सेमी, साबरकांठा में 4 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में 7 सेमी, आगरा ताज में 3 सेमी, शाहजहांपुर में 2 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कानपुर में 3 सेमी, केरल और माहे के मिनिकॉय, इडुक्की और कोट्टायम प्रत्येक जगह 4 सेमी, अलपुझा, कासरगोड, वायनाड प्रत्येक जगह 3 सेमी, पश्चिमी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 4 सेमी, धार में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।

वहीं कल, कोंकण और गोवा के सिंधुदुर्ग में 8 सेमी, हरनाई और रायगढ़ प्रत्येक जगह 5 सेमी, रत्नागरी में 4 सेमी, पूर्वी राजस्थान के धौलपुर में 7 सेमी, पश्चिमी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में 3 सेमी, ओडिशा के गजपति में 4 सेमी, सोनपुर में 3 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के विशाखापट्टनम, विजयनगरम प्रत्येक जगह 4 सेमी, श्रीकाकुलम में 3 सेमी, सिक्किम-गंगटोक में 4 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के इम्फाल पूर्व में 17 सेमी, गोमती में 7 सेमी, असम और मेघालय के कछार में 4 सेमी, हाजोई में 4 सेमी तथा कार्बिआंगलोंग में 4 सेमी बारिश हुई।