पिछले दो दिनों से केरल में बहुत भारी से अत्यधिक बारिश का दौर जारी है।  फोटो साभार: आईस्टॉक
मौसम

मॉनसून ने दो दिन पहले केरल में और छह दिन पहले पूर्वोत्तर भारत में दी दस्तक

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पूरे नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा, मेघालय और असम के अधिकतर हिस्सों सहित पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में आगे बढ़ गया है।

Dayanidhi

जहां एक ओर उत्तर भारत में आसमान से आग बरस रही है वहीं, दूसरी ओर इस बात की खुशी है कि मॉनसून अपने समय से पहले केरल और पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में दस्तक दे चुका है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल में प्रवेश कर चुका है। वहीं आज, यानि 30 मई 2024 को पूरे नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा, मेघालय और असम के अधिकतर हिस्सों सहित पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में आगे बढ़ गया है।

आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून एक जून को केरल में दस्तक देता है और पांच जून तक पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में पहुंच जाता है। इस प्रकार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सामान्य तिथि से दो दिन पहले केरल में और सामान्य तिथि से छह दिन पहले पूर्वोत्तर भारत में दस्तक दे चुका है।

यह लक्षद्वीप के अधिकांश भागों, दक्षिण अरब सागर के अधिकांश इलाकों, मध्य अरब सागर के कुछ भागों तथा दक्षिण तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों से भी आगे बढ़ चुका है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के शेष हिस्सों, पश्चिम मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों, केरल के अधिकांश हिस्सों, माहे, दक्षिण तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्सों,उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा, मेघालय और असम के अधिकांश हिस्सों सहित पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, दक्षिण अरब सागर के शेष हिस्सों, लक्षद्वीप क्षेत्र और केरल, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के शेष भागों और असम और मेघालय तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ भागों में आगे बढ़ने की संभावना बनी हुई हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले दो दिनों के दौरान, दक्षिण-पूर्व अरब सागर में बादल छाए रहे। दक्षिण-पूर्व अरब सागर में पश्चिमी हवाओं की गहराई औसत समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है। निचले स्तरों में पश्चिमी हवाओं की रफ्तार 25 से 30 समुद्री मील है। पिछले दो दिनों के दौरान केरल में बहुत भारी से अत्यधिक बारिश हुई। उपरोक्त सभी स्थितियों को ध्यान में रखते हुए, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आज, 30 मई 2024 को केरल में दस्तक दे चुका है।

आज, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है, यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक हो सकती है बारिश।

आज, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा और लक्षद्वीप में अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।