मौसम

मॉनसून 2023: हिमाचल में एक बार फिर भारी बारिश, 24 घंटे में 21 लोगों की मौत

चालू मॉनसून सीजन में अभी तक हिमाचल में विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में 270 लोगों की जानें जा चुकी हैं और 7 हजार करोड़ रुपए से अधिक नुकसान हो चुका है

Rohit Prashar

हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों से हो रही लगातार बारिश और बादल फटने की घटनाओं से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में भूस्खलन और बादल फटने की वजह से 21 लोगों की जानें चली गई हैं, जबकि अभी भी कई लोगों के इसमें फंसे होने की आशंका है।

14 अगस्त 2023 की सुबह शिमला शहर के समरहिल इलाके में शिव मंदिर में भूस्खलन की वजह से मलबे में से अभी 9 लाशें बरामद कर ली गई हैं। जबकि इस घटना में कुल 20 से 25 लोगों के फंसे होने की प्रशासन की ओर से आशंका जताई जा रही है।

सावन माह का आखिरी सोमवार होने के चलते मंदिर में ज्यादा लोग दर्शन के लिए आए थे, जिससे इस हादसे में अधिक नुकसान उठाने को मिला है।

इसके अलावा सोलन जिले के कंडाघाट में जडोन गांव में बादल फटने की वजह से चपेट में आए मकान में 7 लोगों की मृत्यु हो गई है। इसके अलावा सोलन जिले के अर्की में भी मलबे की जद में आने से दो लोगों की जान गई है।

13 अगस्त 2023 को हुई भारी बारिश की वजह से मंडी जिला का नेरचौक और सुंदरनगर क्षेत्र में पानी भरने की वजह से मनाली फोरलेन समेत हजारों लोगों के खेतों और घरों में पानी भरने से लोगों को भारी नुकसान पहुंचा है।

इस मॉनसून सीजन में अभी तक प्रदेश में विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में 270 लोगों की जानें जा चुकी हैं और प्रदेश को 7 हजार करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का नुकसान हो चुका है।

मौसम विभाग की ओर से हिमाचल प्रदेश में 13 और 14 अगस्त में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया था और अभी आगामी 17 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए आंकडों के अनुसार पिछले 24 घंटे में प्रदेश के विभिन्न इलाकों में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। इसमें कांगड़ा में 273 मिलीमीटर, सुजानपुर में 254, धर्मशाला में 250, जोगिंद्रनगर में 175, सुंदरनगर में 168, शिमला में 126 एमएम बारिश दर्ज की गई है।

इस बार हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कई रिकॉर्ड टूटे हैं। मौसम विभाग के अनुसार पिछले माह जुलाई में पिछले 122 वर्षों में दूसरी बार सबसे अधिक बारिश देखी गई है। विभाग के 1901 से 2023 तक डाटा के अनुसार 1949 में जुलाई माह में सबसे अधिक 558 एमएम बारिश दर्ज की गई थी और इसके बाद 2023 में 437 एमएम बारिश दर्ज की गई है।

इसके अलावा यदि मॉनसून सीजन की बात करें तो इस बार मॉनसून सीजन जून से 31 जुलाई तक सामान्य से 56 फीसदी अधिक बारिश दर्ज गई है।