भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने प्रगति मैदान के नजदीक एक अतिरिक्त स्वचालित मौसम स्टेशन बनाया है, जहां जी20 शिखर सम्मेलन होने वाला है। यह नया स्टेशन विशाल बैठक (हाई-प्रोफाइल इवेंट) के अनुरूप विशेष और वास्तविक समय के मौसम पूर्वानुमान देने के लिए डिजाइन किया गया है।
मौसम विभाग गुरुवार सुबह से शुरू होने वाले शिखर सम्मेलन के लिए अपनी निरंतर मौसम निगरानी शुरू करेगा। यह आईएमडी की वेबसाइट https://mausam.imd.gov.in/g20/ पर उपलब्ध एक समर्पित वेबपेज के माध्यम से अनुकूलित मौसम अपडेट और पूर्वानुमान प्रसारित करेगा।
यह समर्पित वेबपेज जी-20 शिखर सम्मेलन स्थल के पास हाल ही में स्थापित स्वचालित मौसम स्टेशन (एडब्ल्यूएस) से एकत्र किए गए वास्तविक समय के आंकड़ों तक तत्काल पहुंच प्रदान करेगा। यह हवा के तापमान, आर्द्रता, हवा की गति और दिशा के साथ-साथ बारिश से संबंधित सटीक जानकारी प्रदान करेगा।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि उपयोगकर्ताओं के पास उनके निपटान में सबसे सटीक और वर्तमान मौसम की जानकारी है। मौसम विभाग के मुताबिक, आंकड़ों को 15 मिनट के अंतराल पर अपडेट किया जाएगा।
इसी तरह की मौसम की जानकारी दिल्ली के नौ अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के लिए भी उपलब्ध होगी, जिनमें इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, चांदनी चौक, अक्षरधाम मंदिर, लोटस टेम्पल, कुतुब मीनार, लाल किला, राजघाट, दिल्ली विश्वविद्यालय और लोधी रोड इसमें शामिल हैं।
जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन नौ और 10 सितंबर को होने वाला है और इसमें 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों, यूरोपीय संघ के उच्च पदस्थ अधिकारियों, आमंत्रित अतिथि देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के भाग लेने की संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्राध्यक्षों और उनके प्रतिनिधिमंडलों की मेजबानी के लिए भव्य व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रगति मैदान में नव-उद्घाटन किए गए भारत मंडपम में सभी देशों के नेताओं का व्यक्तिगत रूप से स्वागत करेंगे, जहां वह शनिवार को दोपहर के भोजन का भी आयोजन करेंगे, जिसके बाद राष्ट्रपति द्वारा रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा।
यह विशाल बैठक भारत की साल भर चली जी-20 की अध्यक्षता के समापन का प्रतीक होगी जहां विभिन्न राष्ट्रों को प्रभावित करने वाले मुद्दों को हल करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को साझा करेंगे।
ग्रुप ऑफ ट्वेंटी को जी-20 के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।