मौसम

राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात में पारा 40 डिग्री के पार, दक्षिण में भारी बारिश का अलर्ट

अगले पांच दिनों के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ में लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

Dayanidhi

देश के कुछ हिस्सों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक की छलांग लगा रहा है, इसलिए इन राज्यों में गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट देखें तो आज देश के किसी भी हिस्से में गर्म हवाएं चलने का अनुमान नहीं है, हालांकि यह राहत आज भर की ही है। मौसम विभाग की मानें तो 15 से 18 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान में हीटवेव या लू चलने के आसार हैं

वहीं, 16 से 18 मई के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, पूर्वी राजस्थान और दक्षिण हरियाणा तथा 16 और 17 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश और 17 और 18 मई को उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश तथा 17 मई को बिहार में लोगों को लू का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिनों के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ में लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

तापमान में उतार चढ़ाव की बात करें तो कल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और दक्षिण हरियाणा के कुछ हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश, रायलसीमा और विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

कल, देश भर में पूर्वी राजस्थान के कोटा में अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में बिहार के डेहरी में न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती प्रसार दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश तथा कोमोरिन क्षेत्र में जारी है, इसके कारण अगले चार दिनों के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इन सभी राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं आज, यानी 14 मई को गुजरात के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है। आज, मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में ओले गिरने के भी आसार हैं
मौसम विभाग ने आज, दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई है

वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार जताए गए हैं, इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। वहीं, कल भी केरल में भारी बारिश दर्ज की गई।

उत्तर भारत में मौसम संबंधी बदलाव की बात करें तो, मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में लंबे समय तक एक गर्त के रूप में जारी रहेगा। इसकी वजह से आज, यानी 14 मई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बादल बरस सकते हैं। इन दोनों राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, राजस्थान में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, यहां 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बादलों के बरसने का अनुमान है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 13 मई को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के कई इलाकों, उत्तराखंड के कुछ हिस्सो, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, झारखंड, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 13 मई को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के अलप्पुझा और पथानामथिट्टा प्रत्येक जगह 7 सेमी, पेरियाकुलम में 4 सेमी, तमिलनाडु के इरोड में 2 सेमी, यरकौड में 1 सेमी, महाराष्ट्र के मुंबई उपनगर में 4 सेमी, रायगढ़ में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।