पिछले साल अप्रैल में अमेरिका और दुनिया के लिए एक अजीबोगरीब घटना घटी। जेन गिल्बर्ट को मियामी-डेड काउंटी का चीफ हीट ऑफिसर नियुक्त किया गया था। हालांकि, गिल्बर्ट बिलकुल भी आश्चर्यचकित नहीं थीं, क्योंकि इससे पहले वह फ्लोरिडा में मियामी-डेड काउंटी के 34 नगरपालिका क्षेत्रों में से एक मियामी शहर की पहले चीफ रेजिलिएंस ऑफिसर के पद पर तैनात थीं। वह जानती थीं कि अब वक्त आ गया है जब दुनिया का ध्यान जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली गर्मी पर केंद्रित हो चुका है।
डाउन टू अर्थ के साथ एक ईमेल आधारित साक्षात्कार में गिल्बर्ट ने कहा, “अत्यधिक गर्मी सबसे बड़ा जलवायु-संबंधी हत्यारा है, लेकिन अपेक्षाकृत इस पर कम ध्यान दिया गया है। लेकिन अब दुनिया के कई शहर गर्मी को कम करने और इसके प्रबंधन को लेकर काम करने लगे हैं। गिल्बर्ट सिर्फ आपातकालीन उपाय या शमन रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय गर्मी से उत्पन्न चुनौतियों का अधिक समग्र तरीके से समाधान करने की योजना बना रही हैं।
“देश को गर्मी से सुरक्षित बनाने की जरूरत”जेन गिल्बर्ट | मियामी-डेड काउंटी, फ्लोरिडा, यूएस में नियुक्त विश्व की पहली चीफ हीट ऑफिसरनियुक्ति तिथि: 30 अप्रैल, 2021 क्यों नियुक्त किया गया: समन्वय में सुधार और मौजूदा गर्मी संरक्षण प्रयासों में तेजी लाने और नए काम शुरू करने के लिए, जिससे काउंटी में कमजोर समुदायों के लिए गर्मी के जोखिम और प्रभावों को कम किया जा सके कार्य विवरण
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गिल्बर्ट की नियुक्ति के एक साल से भी कम समय में दुनिया के चार और शहरों ने इसका अनुसरण किया है। जुलाई 2021 में ग्रीस की राजधानी एथेंस ने अपनी पूर्व डिप्टी मेयर एलेनी मायरिविली को चीफ हीट ऑफिसर नियुक्त किया। अक्टूबर में अमेरिका में एरिजोना के फीनिक्स शहर और अफ्रीका में सिएरा लियोन के फ्रीटाउन ने भी अपने यहां चीफ हीट ऑफिसर की नियुक्ति की। 3 मार्च, 2022 को चिली की राजधानी सैंटियागो ने शहरी योजनाकार क्रिस्टीना हुइदोब्रो को दुनिया का पांचवां चीफ हीट ऑफिसर नियुक्त किया। अमेरिका के कैलिफोर्निया में लॉस एंजिल्स ने भी इस पद के लिए विज्ञापन दिया है।
यह स्थिति दुनियाभर में फैल रही गर्मी की भयावहता को दर्शाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हीटवेव ने 1998 और 2017 के बीच 1,66,000 से अधिक लोगों की जान ले ली। हीटवेव और इसकी तीव्रता लगातार बढ़ रही है। 27 फरवरी, 2022 को जलवायु परिवर्तन पर यूएन इंटरगवर्नमेंटल पैनल द्वारा “क्लाइमेट चेंज 2021: द फिजिकल साइंस बेसिस” के छठे असेसमेंट रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया की 33 प्रतिशत आबादी पहले से ही अत्यधिक गर्मी का सामना कर रही है। 2100 तक यह आंकड़ा 48 से 76 प्रतिशत आबादी तक बढ़ सकता है।
डाउन टू अर्थ के साथ एक वीडियो इंटरव्यू में एलेनी मायरिविली ने कहा, “हम जानते हैं कि पृथ्वी गर्म हो रही है और शहर, ग्रामीण इलाकों की तुलना में तेजी से गर्म हो रहे हैं। हमने एथेंस और इसके आसपास के इलाकों के बीच दिन के तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस का अंतर और रात में 5 डिग्री सेल्सियस का अंतर पाया है। शहर के भीतर भी हमने तापमान में अंतर को मापा है।”
“हीट वेव को गंभीरता से लेने के लिए लोगों को संवेदनशील बनाना होगा”एलेनी मायरिविली | चीफ हीट ऑफिसर, एथेंस, ग्रीसनियुक्ति की तिथि: 23 जुलाई, 2021 क्यों नियुक्त किया गया: अत्यधिक गर्मी के खतरों के बारे में नागरिकों के बीच जागरुकता बढ़ाने और नीति निर्माताओं की मदद करना ताकि वे शहर को ठंडा करने वाले उपायों को लागू कर सकें। कार्य विवरण
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अनिश्चित समय
मायरिविली कहती हैं, “एक चीफ हीट ऑफिसर हर सुबह इस चिंता से जागते हैं कि वैश्विक तापमान के कारण गर्मी बढ़ रही है लेकिन शहर इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।” लगभग सभी चीफ हीट ऑफिसर ने तब अपना पद संभाला है, जब उनके शहरों ने दशकों की सबसे खराब गर्मी का सामना किया। इन सभी का मानना है कि प्रतिक्रिया में देरी और संचार की कमी के कारण नीति निर्माताओं और जनता की तैयारी एक गंभीर तस्वीर पेश करती हैं। इसलिए अपनी नौकरी के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में इन अधिकारियों ने अत्यधिक गर्मी के जोखिमों के बारे में जागरुकता फैलाने का निर्णय लिया है। गिल्बर्ट ने सोशल और पारंपरिक मीडिया संदेश के माध्यम से जन जागरुकता बढ़ाना शुरू कर दिया है। उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर बहुभाषी पोस्टर और ग्रीष्मकालीन शिविरों में शैक्षिक कार्यक्रमों की शुरुआत की है।
मायरिविली एथेंस में स्वास्थ्य प्रभावों के आधार पर हीटवेव को वर्गीकृत करने का प्रयास कर रही हैं। वह कहती हैं कि इससे लोगों को उस खतरे को समझने में मदद मिलेगी जो नीति निर्माताओं को उन नीतियों को तलाशने में सक्षम बनाएगा जिससे जनता की बेहतर रक्षा हो सके। एथेंस में एक्स्ट्रेमा ग्लोबल नाम से एक मोबाइल एप्लिकेशन भी लॉन्च किया गया है, जो उपयोगकर्ताओं को रीयल टाइम में गर्मी-स्वास्थ्य जोखिमों का आकलन करने में सक्षम बनाता है।
फ्रीटाउन के चीफ हीट ऑफिसर यूजेनिया कारगबो शहर के लिए एक हीट प्लान बना रही हैं। वह गर्मी के तनाव और शहरी गर्मी प्रभाव को कम करने वाले उपायों को लागू करने के लिए हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रही है। उनकी तात्कालिक चुनौती व्यापक हीट डेटा एकत्र करना है। डाउन टू अर्थ के साथ एक ईमेल साक्षात्कार में कारगबो ने कहा, “शहर के तापमान और संवेदनशील स्थानों के संदर्भ में हमारे पास कोई निश्चित बेसलाइन नहीं है, जो नीतिगत हस्तक्षेप के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
“कार्यबल का गठन करेंगे, शहर का तापमान नक्शा तैयार करेंगे”यूजेनिया कारगबो | चीफ हीट ऑफिसर, फ्रीटाउन, सिएरा लियोननियुक्ति तिथि: 26 अक्टूबर, 2021 क्यों नियुक्त किया गया: शहर के लिए एक हीट प्लान विकसित करने और गर्मी के तनाव कम करने के लिए अनुकूल उपायों को लागू करने हेतु हितधारकों के साथ काम करना कार्य विवरण
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समावेशी योजना
हीट ऑफिसर अपनी पहल के माध्यम से सबसे कमजोर आबादी की रक्षा करने की योजना बनाते हैं। अधिकांश चरम मौसमी घटनाओं से संपत्ति और भौतिक स्थान को नुकसान पहुंचता है, वहीं हीट वेव सीधे मानव शरीर को प्रभावित करती है। मायरिविली कहती हैं , “उच्च तापमान पर ब्लड सर्कुलेशन निष्क्रिय हो जाता है और यह विभिन्न अंगों के कामकाज को प्रभावित करता है। रात के समय उच्च तापमान का मतलब नींद की कमी और थकान है, जिससे कार्यस्थल पर दुर्घटनाएं होती हैं।”
वह कहती हैं कि करीब एक चौथाई आबादी एयर कंडिशनिंग और अन्य कूलिंग विकल्पों का खर्च नहीं उठा सकती। वह मानती हैं, “सबसे बुरी तरह बूढ़ी और गरीब आबादी प्रभावित होती है। कमजोर आबादी आमतौर पर नींद की कमी और थकान के कारण तनावग्रस्त हो जाती है, परिणामस्वरूप महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा में वृद्धि होती है।” मायरिविली की मध्यम अवधि की योजनाएं कमजोर लोगों के नेटवर्क की पहचान करने पर ध्यान केंद्रित करती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि जब तापमान एक खास स्तर से ऊपर चला जाता है तब भी उनके पास निरंतर ऊर्जा आपूर्ति जैसी कुछ सुविधाएं हों।
गिल्बर्ट मियामी में बाहर काम करने वाले 30,000 श्रमिकों के स्वास्थ्य रक्षा के लिए उपाय खोजने की कोशिश कर रही हैं, जो अत्यधिक गर्मी के कारण पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं। वह चाहती हैं कि ऐसे श्रमिकों के लिए राज्य एक कानून बनाए। इसके लिए वह मियामी डेड काउंटी के निवासियों को ऐसे श्रमिकों के प्रति संवेदनशील बना रही हैं, ताकि जन समर्थन जुटाया जा सके। अमेरिका के तीन राज्यों (ओरेगन, कैलिफॉर्निया और वाशिंगटन) में ऐसे कानून हैं, जिसके तहत नियोक्ताओं को गर्मी से संबंधित बीमारियों से बचने के तरीकों के बारे में प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करना होता है। इस कानून के तहत कार्यस्थल पर पानी उपलब्ध कराने और आराम करने के प्रावधान भी हैं। वह जलवायु लचीलापन केंद्र भी विकसित कर रही है, जहां बहुत अधिक गर्मी होने पर लोग जा सकते हैं। गिल्बर्ट कहती है, “यह ऐसी जगह है जहां लोग आराम कर सकते हैं, अपने फोन चार्ज कर सकते हैं, सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं और ऊर्जा दक्षता के बारे में जान सकते हैं।” मियामी में पहले से ही पार्कों और पुस्तकालयों में कूलिंग सेंटर हैं, लेकिन बिजली की व्यापक कमी होने पर उनके पास हमेशा पावर बैकअप नहीं होता। गिल्बर्ट कहती है कि अभी हमारे पास केवल एक हब है, लेकिन और ऐसे हब खोलना हमारी पहली प्राथमिकता है।”
बड़ी चुनौती यह है कि अत्यधिक गर्मी से होने वाले तनाव के कारण हर साल बहुत सारे लोगों की मौत हो जाती है, वहीं एयर कंडिशनिंग के अत्यधिक उपयोग से पर्याप्त ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन हो रहा है जो जलवायु संकट को और ज्यादा बढ़ा रहा है।