कल, कोंकण और गोवा के दहानू और मुंबई (सांताक्रूज) प्रत्येक जगह 14 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 14 सेमी, गुजरात के दमन में 10 सेमी, ओडिशा के मलकानगिरी में 8 सेमी बारिश दर्ज की गई। फोटो साभार: सीएसई
मौसम

महाराष्ट्र और गुजरात के कई हिस्से जलमग्न, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश में भयंकर बारिश का अलर्ट

आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों और ओडिशा समेत इन हिस्सों में सात सेमी या उससे अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

Dayanidhi

देश के कई हिस्सों में मॉनसूनी बारिश अब आसमानी आफत बन गई हैं, जहां कल, ओडिशा, कोंकण एवं गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के घाट के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। वहीं, गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है, राजकोट में भारी बारिश से नदियां उफान पर है। कई जगह पुल और सड़कें डूब गई है, कई गांवों का बाकी हिस्सों से संपर्क भी टूट गया है।

वहीं उत्तर प्रदेश भी मॉनसूनी कहर झेल रहा है, स्थानीय मीडिया के मुताबिक पिछले 24 घंटों में फतेहपुर, चित्रकूट, बांदा, गाजीपुर और अंबेडकर नगर जिलों में बिजली गिरने, डूबने और सर्पदंश की घटनाओं में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि उत्तर प्रदेश में प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, नदियों का जलस्तर बढ़ने से 12 जिलों में बाढ़ आने की खबर है।

गोरखपुर में राप्ती नदी, सिद्धार्थनगर में बूढ़ी राप्ती नदी और गोंडा जिले में कुवानो नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ से 12 जिलों के 1,785 गांव, 40 वार्ड और 1,61,3,297 लोग प्रभावित हुए हैं।

वहीं, पूर्वोत्तर भारत के असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार जारी है और प्रभावित लोगों की संख्या घटकर 95,000 हो गई है, हालांकि नए इलाकों में पानी भरने की खबर आ रही है। यहां बाढ़ से प्रभावित जिलों की संख्या रविवार को बढ़कर 11 हो गई है। लगभग 6,467.5 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है, जबकि 13,004 जानवर अभी भी प्रभावित हैं।

उत्तर के कुछ हिस्सों को अभी भी मॉनसूनी बारिश का इंतजार है, इन हिस्सों में लोग उमस भरी गर्मी के कहर को झेलने पर मजबूर हैं। हालांकि मौसम विभाग ने इन हिस्सों में आज बारिश होने की बात कही है।

कहां होगी भारी बारिश?

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि आंतरिक ओडिशा और उससे सटे छत्तीसगढ़ पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब उत्तरी छत्तीसगढ़ और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है। वहीं, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर अरब सागर के निचले स्तर पर कच्छ तक जारी है।

पश्चिमी विक्षोभ एक गर्त के रूप में मध्य स्तरों पर सक्रिय हो गया है। एक चक्रवाती प्रसार उत्तर-पूर्व राजस्थान और इसके निचले स्तरों पर जारी है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए आज, उत्तराखंड, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की आशंका जताई है, इन तीनो राज्यों में 20 सेमी या उससे अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

वहीं आज, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 12 सेमी या उससे अधिक बारिश होने का अनुमान है।

आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में सात सेमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?

मौसम विभाग के मुताबिक, आज, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा बिजली चमकने के आसार हैं।

सोमवार 22 जुलाई 2024 को मौसम का पूर्वानुमान व चेतावनी

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

आज, उत्तर-पूर्व और इससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, पूर्व मध्य के अधिकतर इलाकों और पश्चिम मध्य अरब सागर के कई हिस्सों, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी इलाकों, कर्नाटक तट, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण के कई इलाकों और मध्य बंगाल की खाड़ी तथा उत्तर बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, गुजरात से सटे उत्तर-पूर्वी अरब सागर, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों, उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा के तटों, पश्चिम-मध्य के अधिकतर इलाकों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

आज, मध्य अरब सागर और दक्षिण-पूर्व तथा दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के आसपास के इलाकों, सोमालिया और ओमान तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट के मुताबिक, कल, पश्चिम राजस्थान के चुरू में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में विदर्भ के यवतमाल में न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 21 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान कोंकण और गोवा के अधिकतर इलाकों, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा तटीय कर्नाटक के कई इलाकों, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, झारखंड, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मराठवाड़ा, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई दो सेमी या उससे अधिक बारिश?

कल, 21 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान कोंकण और गोवा के दहानू और मुंबई (सांताक्रूज) प्रत्येक जगह 14 सेमी, माथेरान और टीबीआईए प्रत्येक जगह 7 सेमी, रत्नागिरी में 6 सेमी, मुंबई (कोलाबा) और कोल्हापुर प्रत्येक जगह 4 सेमी, हरनाई और पणजी प्रत्येक जगह 3 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 14 सेमी, कोल्हापुर में 4 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के गिर सोमनाथ और जामनगर प्रत्येक जगह 10 सेमी, जूनागढ़ और वेरावल प्रत्येक जगह 7 सेमी, केशोद में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।

गुजरात के दमन में 10 सेमी, सूरत में 6 सेमी, ओडिशा के मलकानगिरी में 8 सेमी, नुआपाड़ा में 2 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के भोपाल में 4 सेमी, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में 6 सेमी, दुर्ग में 4 सेमी, अंबिकापुर में 2 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के सिवनी में 3 सेमी, विदर्भ के नागपुर में 2 सेमी, तेलंगाना के हनमकोंडा में 3 सेमी, कोठागुडेम और रामागुंडम प्रत्येक जगह 2 सेमी, तटीय कर्नाटक के होनावर में 6 सेमी, मैंगलोर में 2 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में 5 सेमी, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 5 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के आसनसोल और बर्दवान प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश हुई।