दक्षिण गुजरात के जूनागढ़, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका के कई इलाके भारी बारिश के कारण जलमग्न हो गए हैं।  
मौसम

कोंकण-गोवा, महाराष्ट्र व गुजरात में 20 सेमी से अधिक बारिश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में भी बरस सकते हैं बादल

कल, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, वहीं, गुजरात और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई।

Dayanidhi

सावन की झमाझम बारिश सभी को अच्छी लगती है लेकिन जब बेहिसाब पानी बरसता है तो इससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो जाता है। ऐसे ही कुछ हालात अभी देश के कुछ हिस्सों में बने हुए है, इनमें गुजरात का जूनागढ़ भी शामिल है जहां भयंकर मॉनसूनी बारिश ने सब कुछ डुबो दिया है। यहां नदियां उफान पर हैं और सभी बांध लगभग पूरी तरह से भर गए हैं, जिसकी वजह से निचले इलाकों में रहने वालों के लिए खतरा और बढ़ गया है। इसके साथ ही दक्षिण गुजरात के पोरबंदर और देवभूमि द्वारका के कई इलाकों के जलमग्न होने की खबर है

वहीं उत्तर प्रदेश के 13 जिले बाढ़ का दंश झेलने को मजबूर हैं। यहां भारी बारिश के कारण हुए हादसों में 13 लोगों की मौत होने की खबर है।

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में मौसम सबंधी विभिन्न गतिविधियों का जिक्र किया है। जिसमें झारखंड और उससे सटे निचले इलाकों पर चक्रवाती प्रसार का बनना। मॉनसून ट्रफ का सक्रिय होना और अपनी सामान्य स्थिति के करीब होना। मौसम विभाग ने मॉनसून ट्रफ के अगले चार से पांच दिनों के दौरान अपनी सामान्य स्थिति के करीब बने रहने की संभावना जताई है।

वहीं, दक्षिण गुजरात से उत्तर कर्नाटक के तटों तक समुद्र तल से दूर हवाओं का ट्रफ जारी है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए आज, यानी 24 जुलाई को कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका जाहिर की है, इन हिस्सों में 20 सेमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

वहीं आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में बादलों के 12 सेमी या उससे अधिक बरसने का अनुमान है।

आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, विदर्भ, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरस सकते हैं बादल इन सभी राज्यों में सात सेमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

वहीं कल, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, वहीं, गुजरात और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?

मौसम विभाग की मानें तो आज, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं

वहीं आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा बिजली चमकने की आशंका जताई गई है।

बुधवार 24 जुलाई 2024 को मौसम का पूर्वानुमान व चेतावनी

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

आज, उत्तर-पूर्व और उससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, पूर्व मध्य के अधिकतर इलाकों, पश्चिम मध्य अरब सागर के कई हिस्सों, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी हिस्सों, कर्नाटक तट, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका के तटों, दक्षिण के कई इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों तथा उत्तर बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी इलाकों, उत्तर आंध्र प्रदेश के उत्तरी अंडमान सागर और ओडिशा के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, गुजरात और उसके आसपास के इलाकों, पूर्वोत्तर अरब सागर, महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा के तटों तथा मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

आज, मध्य अरब सागर और दक्षिण-पूर्व तथा दक्षिण-पश्चिम अरब सागर से सटे इलाकों, उत्तरी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, सोमालिया और ओमान के तटों के आसपास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट के मुताबिक, कल, पश्चिम राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में विदर्भ के यवतमाल में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 23 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान कोंकण और गोवा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, कर्नाटक, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, मध्य प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पूर्वी राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई दो सेमी या उससे अधिक बारिश?

कल, 23 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ के द्वारका में 16 सेमी, कांडला में 5 सेमी, ओखा में 4 सेमी और केशोद में 2 सेमी, गुजरात के सूरत में 7 सेमी और वलसाड में 3 सेमी, झारखंड के रांची में 7 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 6 सेमी, विदर्भ के गोंदिया में 5 सेमी, अकोला, चंद्रपुर और अमरोती प्रत्येक जगह 3 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 5 सेमी और शिराला में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।

वहीं कल, छत्तीसगढ़ के रायपुर में 5 सेमी, दुर्ग और राजनांदगांव हर जगह 3 सेमी, ओडिशा के पारादीप पोर्ट में 3 सेमी और पुरी में 2 सेमी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के बेलगांव में 3 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में 3 सेमी और जबलपुर में 2 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उरई में 3 सेमी और मेरठ में 2 सेमी, कोंकण और गोवा के सांताक्रूज़, माथेरान, कोल्हापुर और रत्नागिरी प्रत्येक जगह 2 सेमी, असम और मेघालय के चेरापूंजी में 2 सेमी और उत्तरी लखीमपुर में 2 सेमी तथा पूर्वी राजस्थान के अलवर में 2 सेमी बारिश हुई।