मौसम

पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली समेत इन राज्यों में गर्म हवाएं, यहां जमकर बरसेंगे बादल

उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में एक से तीन जून के दौरान गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है

Dayanidhi

मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, दक्षिण अरब सागर के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने का अनुमान है। वहीं, लक्षद्वीप के कई इलाकों, केरल, कर्नाटक के कुछ और हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों तथा दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है।

एक चक्रवाती प्रसार तथा तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के चलते असम और मेघालय तथा अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में आज भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन तीनों राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भी बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

साथ ही आज, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है

वहीं, उत्तर भारत में मौसमी बदलाव को लेकर मौसम का ताजा अपडेट देखें तो, पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है। पूर्वोत्तर राजस्थान के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।

मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधियों की वजह से अगले पांच दिनों के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड में गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। उत्तर के इन राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों पर भी पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती प्रसार का प्रभाव रहने का अनुमान है, यहां एक से तीन जून के दौरान गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है, इन हिस्सों में भी 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

मौसम विभाग ने एक से तीन जून के दौरान पूर्वी राजस्थान में, एक जून को उत्तर प्रदेश तथा एक और दो जून को पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई है

तापमान में उतार-चढ़ाव
कल, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, विदर्भ तथा ओडिशा के कुछ हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान 45 से 48 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

वहीं कल, तेलंगाना के कई हिस्सों, रायलसीमा के कुछ हिस्सों, गुजरात, तमिलनाडु के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।

कल, उत्तर प्रदेश, ओडिशा के कई हिस्सों, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों, विदर्भ के कुछ इलाकों में तापमान सामान्य से तीन से छह डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

कल, देश भर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कानपुर आईएएफ में अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कहां चलेगी लू या हीटवेव
आज, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ इलाकों में गर्म हवाएं चलने की आशंका जताई गई है

वहीं कल हरियाणा, चंडीगढ़-दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में, राजस्थान के कुछ इलाकों में लोगों को भीषण लू के कहर से जूझना पड़ा। कल, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों, ओडिशा के कुछ इलाकों, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ इलाकों में लू महसूस की गई।

कहां रहेगा रातों का मौसम गर्म और उमस भरा?
आज, पूर्वी उत्तर प्रदेश और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में रात के मौसम के गर्म रहने के आसार हैं। वहीं आज, कोंकण और गोवा, तेलंगाना, रायलसीमा में लोगों को गर्म और उमस भरे मौसम से राहत मिलती नहीं दिख रही है।

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, लक्षद्वीप और मालदीव के इलाकों, दक्षिण केरल तट, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 31 मई को 8:30 से 5:30 के दौरान अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के कई इलाकों, असम एवं मेघालय, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा, पूर्वी मध्य प्रदेश, केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 31 मई को 8:30 से 5:30 के दौरान अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 6 सेमी, हुट बे में 5 सेमी, असम और मेघालय के चेरापूंजी में 5 सेमी, रंगिया और सिलचर प्रत्येक जगह 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के हल्दिया में 3 सेमी और दीघा में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।