🟠अरुणाचल प्रदेश, बिहार, झारखंड, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बहुत भारी बारिश 115.6–204.4 मिमी, ऑरेंज अलर्ट, अचानक बाढ़ का खतरा।
🟡 असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तमिलनाडु, तेलंगाना, रायलसीमा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड समेत कई राज्यों में भारी बारिश, 64.5–115.5 मिमी, येलो अलर्ट।
🌊 उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी जिलों में आकस्मिक बाढ़ का बड़ा खतरा।
🌊 असम, मेघालय, सिक्किम और उत्तर बंगाल में भी अगले 24 घंटों तक भारी बारिश से जलभराव की आशंका।
🌡️ तापमान में उतार-चढ़ाव मदुरै (तमिलनाडु) 39.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम, मैसूर (कर्नाटक) 18.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम दर्ज।
सितंबर के मध्य में देशभर के मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून अब धीरे-धीरे वापसी कर रहा है। 14 सितंबर को राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों से मानसून की वापसी शुरू हुई थी और अब 16 सितंबर तक इसकी वापसी रेखा श्रीगंगानगर, नागौर, जोधपुर और बाड़मेर से होकर गुजर रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में मानसून राजस्थान, पंजाब और गुजरात के कुछ और हिस्सों से भी पीछे हट जाएगा।
यह वापसी भले ही उत्तर-पश्चिम भारत में हो रही है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में अभी भी सक्रिय मौसम प्रणालियों की वजह से बारिश का सिलसिला जारी है।
पूर्वोत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 16 सितंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि पूर्वोत्तर भारत में मानसून अभी भी पूरी तरह सक्रिय है।अरुणाचल प्रदेश में 16 और 17 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट तथा यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है। इसके अलावा इन राज्यों में 20 और 21 सितंबर को भी जोरदार बारिश का दौर रहेगा। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, 16 से 21 सितंबर तक असम और मेघालय समेत नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश का दौर के जारी रहने का अनुमान है। यहां बारिश के येलो अलर्ट जारी किया गया है, साथ ही यहां भी बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने के आसार हैं। भारी बारिश के चलते पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो सकती है।
दक्षिण भारत में कैसा रहेगा मौसम का रुख?
दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो यहां के कई राज्यों में भी बारिश और तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा। तमिलनाडु में 16 से 19 सितंबर तक कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकता है पानी, विभाग ने यहां येलो अलर्ट जारी किया है।
जबकि, 16 और 17 सितंबर को तेलंगाना, रायलसीमा और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने इन राज्यों को भी बारिश के लिए येलो अलर्ट की श्रेणी में रखा है, यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों तक तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने के आसार हैं। विभाग के द्वारा मछुआरों और समुद्र किनारे रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मध्य और पूर्वी भारत में कैसा रहेगा मौसम?
मध्य भारत और पूर्वी राज्यों में मौसम के मिजाज की बात करें तो आज 16 सितंबर, 2025 को विदर्भ, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
बिहार में 16 से 19 सितंबर, झारखंड में 16 से 18 सितंबर तक भारी बारिश के आसार हैं, जबकि आज, 16 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। यहां बादलों के 115.6 से 204.4 मिमी तक बरसने का अंदेशा जताया गया है। बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है।
वहीं 16 और 17 सितंबर को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट तथा 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश का अनुमान लगाया गया है।
पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम का अंदाज?
पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो, मानसून की वापसी से पहले पश्चिम भारत के कई हिस्सों में बारिश जारी है। 16 से 18 सितंबर तक कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
जबकि मराठवाड़ा में 16 और 17 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है। विभाग ने यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि इन राज्यों में भारी बारिश के कारण नदियों और नालों में अचानक पानी बढ़ सकता है।
उत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
उत्तर भारत में मानसून कमजोर पड़ने लगा है, लेकिन अभी भी कुछ राज्यों में बारिश की संभावना बरकरार है। विभाग के ताजा अपडेट की मानें तो आज, 16 सितंबर, 2025 को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है। इन दोनों राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है। जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 16 से 19 सितंबर तक हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
वहीं आज, 16 सितंबर, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में बिजली गिरने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा गरज के साथ बौछारें पड़ने और वज्रपात का अंदेशा जताया गया है।
कहां है अचानक बाढ़ और जलभराव का खतरा?
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में कई राज्यों में अचानक बाढ़ व जलभराव का अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, कुल्लू, चंबा और सिरमौर जिलों तथा उत्तराखंड के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी जिलों में जलभराव व अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है।
अगले 24 घंटों के दौरान असम और मेघालय के बोंगाईगांव, कछार, चिरांग, कोकराझार, पूर्व व पश्चिम खासी हिल्स, री भोई, दक्षिण गारो हिल्स और जयंतिया हिल्स जिलों तथा सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर समेत सभी जिलों में अचानक बाढ़ और जलभराव की आशंका जताई गई है।
कुल मिलाकर, सितंबर के तीसरे हफ्ते में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश जारी रहेगी। पूर्वोत्तर, महाराष्ट्र, बिहार और तमिलनाडु में मौसम सबसे ज्यादा सक्रिय रहेगा, जबकि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
लोगों को सावधानी बरतने और मौसम विभाग के अलर्ट पर नजर रखने की जरूरत है। मछुआरों, किसानों और यात्रियों के लिए यह जानकारी बेहद अहम है ताकि वे अपने कामकाज की योजना सुरक्षित तरीके से बना सकें।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 15 सितंबर, 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में कर्नाटक के मैसूर में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 15 सितंबर, 2025 को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, कोंकण और गोवा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, मराठवाड़ा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के अधिकतर इलाकों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय, पूर्वी मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, विदर्भ, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 15 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कार निकोबार में 10 सेमी, हुट बे में 4 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के श्री निकेतन में 7 सेमी, दीघा, बरहामपुर और आसनसोल प्रत्येक जगह 4 सेमी, पश्चिमी मध्य प्रदेश के रायसेन में 5 सेमी, असम और मेघालय के गोलपारा में 5 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच में 4 सेमी, इलाहाबाद में 3 सेमी ओडिशा के क्योंझरगढ़ में 4 सेमी, राउरकेला में 3 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में 3 सेमी, विदर्भ के नागपुर-सोनेगांव हवाई अड्डे में 3 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के काकीनाडा में 3 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के सांगली और अहमदनगर प्रत्येक जगह 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।