मौसम विभाग के मुताबिक अब तक उत्तर पश्चिम भारत में बारिश में भारी कमी देखी गई है। हालांकि 23 मार्च, 2023 से इस क्षेत्र में गरज के साथ वर्षा का एक नया दौर शुरू होने का अनुमान है।
वहीं पश्चिम और मध्य भारत की बात करें तो आज, 21 मार्च से वर्षा की गतिविधि में भारी कमी आने का पूर्वानुमान है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में भी आज यानी 21 मार्च से बारिश की गतिविधि में कमी आने का अनुमान है।
पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के मौसम को देखें तो 21 से 23 मार्च के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पूर्वोत्तर भारत में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधि के जारी रहने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
21 और 22 मार्च को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश होने के आसार हैं, वहीं आज नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी जमकर बरसेंगे बादल।
आज 21 मार्च को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के आसार हैं।
कैसा रहेगा तापमान और कहां-कहां होगा उतार चढ़ाव?
पूर्वी भारत में अगले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद अधिकतम तापमान के दो से चार डिग्री सेल्सियस बढ़ने के आसार हैं।
वहीं गुजरात और महाराष्ट्र के तापमान में बदलाव देखें तो अगले चार से पांच दिनों के दौरान यहां के अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार उपरोक्त को छोड़ कर देश के बाकी हिस्सों में अगले चार से पांच दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज आंधी के साथ बिजली गिरने तथा ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है। पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ वज्रपात होने के आसार हैं।
वहीं मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 20 मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कई हिस्सों, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, पश्चिम राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और अरुणाचल प्रदेश में भी बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कहां हुई चार सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 20 मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान सोलन और अंबाला हर जगह 4 सेमी, पटियाला में 3 सेमी, सुंदरनगर, रोहतक, मुरादाबाद, शिमला, भागलपुर, पानागढ़, बदरवाह, पुरी और कैलाशहर हर जगह 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।
कहां चली आंधी
कल, 20 मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल गरज के साथ आंधी चली।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, पलक्कड़ (केरल) में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में मलंजखंड (पूर्वी मध्य प्रदेश) में न्यूनतम तापमान 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।