ऑरेंज अलर्ट – छत्तीसगढ़, केरल-माहे, कोंकण-गोवा, महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा और तेलंगाना में भारी से बहुत भारी बारिश (115.5 से 204.4 मिमी)।
येलो अलर्ट – आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, गुजरात, झारखंड, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी-कराईकल, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मध्यम बारिश (64.5 से 115.5 मिमी)।
तेज हवाएं और वज्रपात – अंडमान-निकोबार, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल व तेलंगाना में 40–50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं, कई जगह बिजली गिरने का खतरा।
गरज-चमक व बौछारें – असम-मेघालय, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में।
मौसम विभाग ने आज, 27 सितंबर, 2025 को अपने ताजा अपडेट में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने और आगे बढ़ते हुए देश के कई हिस्सों से विदाई ले ली है। अब मानसून गुजरात के अधिकतर इलाकों, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों से हट चुका है। इसके अलावा पूरा पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से भी मानसून की विदाई हो गई है।
मानसून की विदाई के साथ-साथ पूर्वी भारत में मौसम का एक नया अध्याय शुरू हो गया है। उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए आज, 27 सितंबर, 2025 को तड़के ओडिशा के तट से टकरा गया है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि यह डिप्रेशन अगले 24 घंटों में दक्षिण ओडिशा और छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम की ओर बढ़ेगा और धीरे-धीरे कमजोर पड़कर एक सुस्पष्ट कम दाब के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा।
इस मौसमी गतिविधि के चलते ओडिशा, आंध्र प्रदेश और आस-पास के राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक आज, 27 सितंबर 2025 को छत्तीसगढ़, केरल और माहे, कोंकण और गोवा, महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। विभाग ने इन सभी राज्यों में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां 115.5 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है।
वहीं आज, आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, गुजरात, झारखंड, मध्य प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है।
आंधी-तूफान और वज्रपात के आसार
मौसम विभाग की मानें तो बारिश के साथ-साथ आज, 27 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और तेलंगाना में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।
वहीं आज, बिहार, आंतरिक कर्नाटक, झारखंड, केरल व माहे, लक्षद्वीप, ओडिशा, रायलसीमा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, वज्रपात तथा बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है।
जबकि आज, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुच्चेरी और उत्तर प्रदेश में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने के आसार हैं। इसके साथ ही देश के कई हिस्सों में तेज सतही हवाएं चलने की भी आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग के द्वारा किसानों को सलाह देते हुए कहा गया है कि वे अभी फसलों की कटाई न करें, क्योंकि बारिश और तेज हवाओं से नुकसान हो सकता है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोग समुद्र के किनारे जाने से बचने का भी सुझाव दिया गया है।
तेज हवाएं और बिजली गिरने के आसार वाले इलाकों में लोगों को खुले मैदान में खड़े रहने या पेड़ों के नीचे जाने से परहेज करने की सलाह दी गई है। शहरी इलाकों में भारी बारिश के दौरान जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं आ सकती हैं, इसलिए लोगों को यात्रा से पहले सतर्क रहने को कहा गया है।
देश में मानसून भले ही उत्तर-पश्चिम भारत से विदा हो रहा हो, लेकिन पूर्वी, मध्य और दक्षिण भारत में मौसम का मिजाज फिलहाल बहुत सक्रिय बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में बना दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटों में कई राज्यों के लिए भारी बारिश और तेज हवाओं का कारण बनेगा। आने वाले दिनों में अंडमान सागर से बनने वाली नई मौसमी प्रणाली अक्टूबर के मौसम को भी प्रभावित करेगा।
इसलिए अगले कुछ दिनों तक देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश, गरज-चमक और आंधी-तूफान की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। आम जनता और किसानों को मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देने और सतर्क रहने को कहा गया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 26 सितंबर, 2025 को राजस्थान के पिलानी में अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में असम के हाफलोंग में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 26 सितंबर, 2025 को झारखंड, तटीय कर्नाटक, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ के अधिकतर इलाकों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, असम और मेघालय, पूर्वी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, कोंकण और गोवा, रायलसीमा, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 26 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लॉन्ग आइलैंड में 6 सेमी, पोर्ट ब्लेयर में 3 सेमी, झारखंड के चाईबासा में 5 सेमी, रांची और जमशेदपुर में प्रत्येक जगह 3 सेमी, तेलंगाना के महबूबनगरमें 5 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के वालपराई में 5 सेमी, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के रायचूर में 4 सेमी, कलबुर्गी में 3 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के पुरुलिया में 3 सेमी, ओडिशा के ढेंकनाल में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।