मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती प्रसार के रूप में पूर्वोत्तर ईरान और इससे सटे अफगानिस्तान के निचले से ऊपरी स्तरों पर सक्रिय हो गया है। इसके कारण चक्रवाती प्रसार निचले स्तरों पर दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्र में जारी है। एक और दो मार्च के दौरान अरब सागर से उत्तर पश्चिम भारत में भारी नमी आने का अनुमान है।
मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने एक मार्च से तीन मार्च के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक के मौसम में बदलाव होने का पूर्वानुमान लगाया है।
तीन मार्च तक पश्चिमी हिमालयी इलाकों के अधिकतर हिस्सों में बिजली गिरने, गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने की संभावना है, इन इलाकों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
एक और दो मार्च को उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं, दो मार्च को दिल्ली में भी तेज हवाएं चलने, साथ ही हल्की से मध्यम बारिश होने तथा वज्रपात के आसार हैं। दिल्ली में भी 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक और दो मार्च को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में भारी से बहुत भारी बारिश तथा बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है। 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।
आज, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी होने के आसार हैं, वहीं दो मार्च को मौसम की इस गतिविधि के और तेज होकर भारी से बहुत भारी बारिश तथा भारी बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है। हिमाचल में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।
एक और दो मार्च को उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों भारी बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने के आसार हैं। वहीं, दो मार्च को पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।
कहां होगी ओलावृष्टि?
एक और दो मार्च को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में ओले गिरने की आशंका जताई गई है। वहीं आज पश्चिमी राजस्थान में और दो मार्च को हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में भी ओलावृष्टि होने के आसार हैं।
वहीं आज, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है, एक और दो मार्च को मराठवाड़ा और दो मार्च को विदर्भ और छत्तीसगढ़ में गिर सकते हैं ओले।
देश के अन्य हिस्सों में मौसम में बदलाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो, देश के मध्य भागों के निचले स्तरों पर हवाएं आपस में मिल रहीं हैं, इसके कारण एक और दो मार्च के दौरान मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ, दो से पांच मार्च के दौरान छत्तीसगढ़ में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
वहीं पूर्वोत्तर भारत के मौसम की बात करने तो, पश्चिमी हवाओं का एक ट्रफ लगातार जारी है, साथ ही यहां पर पश्चिमी विक्षोभ के तेजी से पूर्व की ओर बढ़ने के कारण अगले सात दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी हो सकती है।
वहीं, चार और पांच मार्च को अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। चार मार्च को अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी होने के आसार हैं।
तापमान में उतार चढ़ाव
मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान केरल और रायलसीमा में गर्म और नमी से भरे मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है।
कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के करनाल में न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, कल, देश भर में सौराष्ट्र और कच्छ के अमरेली में अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, ओमान की खाड़ी में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बर्फबारी?
कल, 29 फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में बर्फबारी हुई।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 29 फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।