भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में लगातार सक्रिय है, जिसकी वजह से 16 और 17 दिसंबर को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में और 16 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी हो सकती है। उत्तर के इन राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी सिक्किम में दो दिन पहले हुई भारी बर्फबारी और खराब मौसम के कारण 1200 से अधिक पर्यटक फंस गए थे जिन्हें सेना की मदद से वहां से निकला गया। सिक्किम और पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई। सिक्किम के लाचेन और लाचुंग, जो समुद्र तल से 13,400 फीट ऊपर स्थित हैं, सफेद कंबल की तरह ढक गया है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में कोहरा छाने की बात करें तो, मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक सुबह के समय पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई है।
वहीं कल, पंजाब और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया। जिसकी वजह से पंजाब के अमृतसर में दृश्यता 200 मीटर, पटियाला में दृश्यता 500 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी और लखनऊ हर जगह दृश्यता 500 मीटर, बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।
मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान देखें तो, बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी और निकटवर्ती भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है। चक्रवाती प्रसार के कारण आज, 16 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में 115.6 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
वहीं आज, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यानी यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
चक्रवाती प्रसार के प्रभाव से केवल बारिश ही नहीं होगी बल्कि आज, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। वहीं, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश तथा वज्रपात के आसार हैं।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के साथ-साथ, दक्षिण तमिलनाडु के तटों, मन्नार की खाड़ी और इससे सटे कोमोरिन के इलाकों में 40 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने की आशंका है।
वहीं, सोमालिया तट और आसपास के दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कहां हुआ तापमान में उतार-चढ़ाव?
कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान पांच से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। जिसके कारण सुबह और शाम के समय ठंड में इजाफा हो गया है।
वहीं, देश के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी की बात करें तो कल, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस यानी काफी ऊपर दर्ज किया गया।
कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
न्यूनतम तापमान में गिरावट देखें तो कल, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ तटीय इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना में न्यूनतम तापमान सामान्य से -3.0 डिग्री सेल्सियस, काफी नीचे दर्ज किया गया, वहीं, देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
देश के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान संबंधी अनुमान देखें तो कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर दर्ज किया गया।
वहीं कल, पश्चिम राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, कोंकण और गोवा, केरल और माहे के कुछ हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, असम और मेघालय तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
वहीं अधिकतम तापमान में गिरावट की बात करें तो कल, तेलंगाना के कई इलाकों, पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 15 दिसंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 15 दिसंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के तिरुवनंतपुरम में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।