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मॉनसून 2024: 19 मई को अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ेगा मॉनसून

अगले चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं।

Dayanidhi

देश के अधिकतर हिस्सों में कुछ समय बाद गर्मी से राहत मिल सकती है क्योंकि मॉनसून जल्द ही दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग की मानें तो दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 19 मई, 2024 के आसपास दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह से आगे बढ़ने की संभावना है।

वहीं, देश के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है, इन हिस्सों में लोगों द्वारा भारी तपिश महसूस की जा रही है। वहीं कल, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ और विदर्भ के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।

कल, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

कल, देश भर में ओडिशा के नुआपाड़ा में अधिकतम तापमान 44.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं। वहीं, अगले चार दिनों के दौरान मध्य भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान के धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।

अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, वहीं, अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान के दो से चार डिग्री सेल्सियस बढ़ने का अनुमान है।

आज, 15 मई को कोंकण के अलग-अलग हिस्सों में हीटवेव या लू चलने के आसार हैं। वहीं, 15 से 18 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान में, 16 से 18 मई के दौरान उत्तर प्रदेश, पंजाब, दक्षिण हरियाणा, बिहार में और 17 और 18 मई को उत्तरी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भी लोगों को लू का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।

वहीं आज, 15 मई को कोंकण और गोवा में लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम से दो चार होने के आसार हैं। 16 से 18 मई के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ तथा 17 और 18 मई को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में गर्म और नमी भरे मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।

एक चक्रवाती प्रसार दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उससे सटे केरल पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती प्रसार उत्तरी भूमध्य-रेखीय हिंद महासागर और निकटवर्ती कोमोरिन क्षेत्र के निचले स्तरों पर जारी है। मौसम संबंधी इस गतिविधि के चलते 15 से 17 मई के दौरान मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इन हिस्सों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं आज, 15 मई को मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में भी तेज हवाओं के साथ बादलों के बरसने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है, इन सभी राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बादलों के बरसने का अनुमान लगाया गया है।

मौसम विभाग के अनुसार, आज, यानी 15 मई को मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है

वहीं, अगले सात दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ बरस सकते हैं बादल, यहां 5.6 मिमी से 64.4 मिमी हो सकती है बारिश।

15 से 18 मई के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं पूर्वोत्तर भारत में मौसम संबंधी बदलाव देखें तो, एक चक्रवाती प्रसार दक्षिण पश्चिम बांग्लादेश पर बना हुआ है और पश्चिमी हवाओं का एक ट्रफ लंबे समय से जारी है। इसके कारण आज, यानी 15 मई को अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। पूर्वोत्तर के इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

फिलहाल अगले दो दिनों तक उत्तर भारत के मौसम में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है। 17 मई से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर उत्तर के पहाड़ी इलाकों के मौसम में बदलाव हो सकता है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 14 मई को 8:30 से 5:30 के दौरान पश्चिम राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, असम और मेघालय, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 14 मई को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय के बारापानी में 2 सेमी, कोंकण और गोवा के माथेरान में 2 सेमी, केरल और माहे के पुनालुर में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।