मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी छत्तीसगढ़ और इससे सटे इलाकों के निचले तथा मध्य स्तरों पर चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। मॉनसून ट्रफ लगातार सक्रिय है और यह औसत समुद्र तल पर अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में है। समुद्र तल से दूर दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक हवाएं चल रही हैं।
मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए आज, यानी 29 जुलाई को पूर्वी राजस्थान और गुजरात के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है, इन दोनों राज्यों में 12 सेमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान, विदर्भ, मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं। इन सभी राज्यों में सात सेमी तक बरस सकते हैं बादल।
कल, पश्चिमी मध्य प्रदेश और विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग की मानें तो आज, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे तक की गति से चलने वाली हवाओं के साथ बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा वज्रपात के आसार हैं।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, उत्तर-पूर्व और उससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, मध्य अरब सागर के अधिकतर इलाकों, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी हिस्सों, दक्षिण गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, कर्नाटक के तटों, उत्तरी केरल तट और उससे सटे लक्षद्वीप क्षेत्र, श्रीलंका तट, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों और मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकांश इलाकों तथा उत्तर बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, मन्नार की खाड़ी और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
आज, मध्य अरब सागर और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के आसपास के इलाकों, उत्तरी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, सोमालिया और ओमान के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 28 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, केरल और माहे के कई इलाकों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, ओडिशा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित- बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई दो सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 28 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश के उज्जैन में 7 सेमी, इंदौर में 6 सेमी, बैतूल में 5 सेमी, भोपाल में 3 सेमी, विदर्भ के गढ़चिरौली में 7 सेमी, बुलढाणा में 2 सेमी, वर्धा में 2 सेमी, अमरौती में 2 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 4 सेमी, सतारा में 3 सेमी, मालेगांव में 2 सेमी, लवासा में 3 सेमी, निमगिरि में 2 सेमी, केरल और माहे के अलापुझा में 4 सेमी, कोच्चि में 2 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर में 4 सेमी, पूर्वी राजस्थान के कोटा में 3 सेमी पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के हल्दिया में 2 सेमी तथा बर्दवान में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।