असम के 29 जिलों में बाढ़ से 16.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और राज्य की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। फोटो साभार: आईस्टॉक
मौसम

पूर्वोत्तर में भारी बारिश का अलर्ट, असम में बाढ़ से 16.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित

Dayanidhi

पूरे देश में मॉनसून सक्रिय है साथ ही पिछले कुछ दिन दिल्ली सहित कई राज्यों में मूसलाधार बारिश हुई। लेकिन उसके बाद से उत्तर पश्चिम भारत के ज्यादातर इलाकों में लोगों को बारिश का इंतजार है। मौसम विभाग विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में इन हिसो में बादलों के जमकर बरसने का अनुमान है। इस बार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने अपने सामान्य समय से छह दिन पहले पूरे देश को कवर कर लिया है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, देश के कई हिस्सों में चक्रवाती प्रसार बना हुआ है, साथ ही मॉनसूनी टर्फ समुद्र तल पर अपनी सामान्य स्थिति के करीब है। मौसम की इन गतिविधियों के कारण आज, यानी पांच जुलाई को अरुणाचल प्रदेश तथा असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने के आसार हैं। पूर्वोत्तर भारत के इन तीन राज्यों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश होने की आशंका जताई गई है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार असम में लगातार हो रही बारिश के चलते निचले इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। असम के 29 जिलों में बाढ़ से 16.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और राज्य की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इस साल अब तक बाढ़, भूस्खलन और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है।

वहीं आज, जम्मू के अलग-अलग हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

आज, हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, दक्षिण गुजरात, केरल और माहे तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं कल, मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?

आज, मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान है। वहीं आज, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, गुजरात, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात होने की आशंका जताई गई है

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

आज, पूर्वोत्तर अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों और उससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, पूर्व-मध्य और उससे सटे पश्चिम-मध्य अरब सागर, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी भागों, गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा तटों, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उत्तरी आंध्र प्रदेश, दक्षिण ओडिशा के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, सोमालिया तट और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी भागों, पश्चिम मध्य अरब सागर, पूर्व मध्य अरब सागर के अधिकतर इलाकों, उत्तरी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, यमन और ओमान तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के बीकानेर में अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में गुजरात के बुलसर में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, चार जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान उत्तराखंड के कई इलाकों, केरल और माहे, हिमाचल प्रदेश, बिहार, असम और मेघालय, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात के कुछ हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु और पुडुचेरी के अलग-अलग हिस्सों, कराईकल, तेलंगाना, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, विदर्भ, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र और कच्छ में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?

कल, चार जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुफरी में 3 सेमी, धर्मशाला में 2 सेमी, उत्तराखंड के देहरादून में 4 सेमी, पूर्वी राजस्थान के सीकर में 5 सेमी, अलवर में 3 सेमी, कोटा और उदयपुर प्रत्येक जगह 2 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में 6 सेमी, सागर में 3 सेमी, दमोह में 2 सेमी, बिहार के डेहरी में 3 सेमी, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 3 सेमी बारिश हुई।

वहीं कल, ओडिशा के गोपालपुर में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के बेहरामपुर, श्रीनिकेतन-प्रत्येक जगह 5 सेमी, मिदनापुर में 3 सेमी, असम और मेघालय के डुबरी में 4 सेमी, सिलचर में 2 सेमी, गुजरात के सूरत में 2 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के पुणे में 8 सेमी, अवलेगांव में 4 सेमी, माथेरान में 3 सेमी, महाबलेश्वर में 2 सेमी, कर्नाटक के होनावर में 3 सेमी, मैंग्लोर में 2 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के इरोड में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।