कल, पंजाब और हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ इलाकों में लोगों को भीषण लू का पकोप झेलना पड़ा। 
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पूर्वोत्तर में भयंकर बारिश का अलर्ट, उत्तर में लू का कहर जारी, जानें देश के अन्य हिस्सों का हाल

Dayanidhi

उत्तर भारत प्रचंड गर्मी के दौर से गुजर रहा है, वहीं मॉनसून की राह अभी बहुत दूर दिखाई दे रही है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, यहां अधिकतम तापमान सामान्य से पांच से आठ डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया जा रहा है।

हालांकि मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की बात कही है। इसके कारण 18 से 20 जून के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई है।

वहीं, अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चलने का भी अनुमान है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में दस्तक देने की संभावना है।

वहीं, तीन से चार दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और बिहार के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है, मॉनसूनी बारिश इन हिस्सों में तपिश और उमस से राहत दे सकती है।

वहीं, मध्य भारत में पश्चिमी मध्य प्रदेश के दतिया, बैतूल, पूर्वी मध्य प्रदेश के छतरपुर, शहडोल, छिंदवाड़ा और सिवनी में ओलावृष्टि ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है।

देश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, देश भर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर तथा बिहार के फोर्बेस्गंज में न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कहां चलेगी लू या हीटवेव
मौसम विभाग के मुताबिक, आज उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अधिकांश इलाकों, हिमाचल प्रदेश, पंजाब के कुछ हिस्सों, बिहार के कुछ इलाकों में भीषण लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ हिस्सों में लू का प्रकोप रहने के आसार हैं।

कल, पंजाब और हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ इलाकों में लोगों को भीषण लू का पकोप झेलना पड़ा। वहीं कल, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और जम्मू के कुछ इलाकों में गर्म हवाएं महसूस की गई।

मौसम विभाग के अनुसार, आज पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा में गर्म और उमस भरे मौसम से छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। वहीं आज, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में रात के मौसम के गर्म रहने की आशंका जताई गई है।

कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग की मानें तो पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। निचले स्तरों में बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर राज्यों तक तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का चलना जारी है। मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते आज, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन दोनों राज्यों में 204.5 मिमी से भी अधिक बारिश बारिश होने के आसार हैं ।

वहीं आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन इलाकों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश बरस सकते हैं बादल।

आज, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भी बादलों के जमकर बरसने का अनुमान है। इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, श्रीलंका तट, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं। वहीं आज, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 17 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय के अधिकतर इलाकों, हिमाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, विदर्भ के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 17 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय के चेरापूंजी में 5 सेमी, ग्वालपाड़ा में 4 सेमी, उत्तर लखीमपुर, जोरहाट और सिलचर हर जगह 2 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के उधगमंडलम में 3 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में 2 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कैलाशहर में 2 सेमी, विदर्भ के नागपुर में 2 सेमी, तेलंगाना के हैदराबाद में 2 सेमी, लक्षद्वीप के अमीनदीवी में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।