मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार जारी है। वहीं, बंगाल की खाड़ी से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों के निचले स्तरों पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही है। उत्तरी रायलसीमा और आसपास के क्षेत्रों में भी एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
मौसम विभाग ने मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधियों को देखते हुए आज, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि होने की आशंका जताई है।
वहीं आज, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ ओले गिरने तथा वज्रपात के आसार हैं।
आज, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, ओडिशा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, असम और मेघालय तथा गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने चक्रवाती प्रसार और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के चलते आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, असम और मेघालय, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान लगाया है। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बादलों के बरसने का अनुमान है।
वहीं कल, केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई।
उत्तर भारत में मौसम संबंधी बदलाव को लेकर मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो, एक तो यहां पश्चिमी विक्षोभ का असर रहेगा। वहीं दूसरी ओर उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अगले 24 घंटों तक जारी रहेंगी।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, सात जून को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बिजली गिरने, तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। इन हिस्सों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, उत्तर के मैदानी इलाकों के पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में भी 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
आज राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने के आसार हैं, साथ ही पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओले गिरने की भी आशंका जताई गई है।
मॉनसून ट्रैकर
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश के शेष इलाकों, महाराष्ट्र में मुंबई सहित कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है।
वहीं इसी दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा के कुछ हिस्सों, पश्चिम मध्य के शेष हिस्सों और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों में आगे बढ़ने का अनुमान है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के कई हिस्सों में बारिश होने से गर्मी से राहत मिली है, जबकि उत्तर और मध्य भारत के कई इलाकों में लोगों को तपती गर्मी से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इन हिस्सों में पारा 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है।
वहीं कल, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों, विदर्भ के कुछ हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
वहीं कल, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और गुजरात के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
कल देश भर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के औराई में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में बिहार के मोतिहारी में न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां चलेगी लू या हीटवेव?
आज, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और झारखंड के अलग-अलग इलाकों में लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है।
कहां रहेगा गर्म और उमस भरा मौसम ?
वहीं आज, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार और ओडिशा में गर्म और उमस भरे मौसम से लोगों को राहत मिलने के आसार नहीं है।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक आज, महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, कर्नाटक, केरल के तटों, लक्षद्वीप, कोमोरिन के इलाकों, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका, तमिलनाडु के तटों, मध्य और निकटवर्ती दक्षिण बॉब, उत्तर अंडमान सागर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और निकटवर्ती पश्चिम मध्य अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, छह जून को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके, झारखंड, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश केअलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, छह जून को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के वायनाड में 12 सेमी, कन्नूर में 4 सेमी, पलक्कड़ में 3 सेमी, तमिलनाडु के नमक्कल में 5 सेमी, सेलम में 4 सेमी, अरियालुर में 3 सेमी, तेलंगाना के पेद्दापल्ली में 5 सेमी, महबूबनगर और निर्मल हर जगह 4 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के पुणे में 3 सेमी, नासिक में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के जशपुर में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।