मौसम

देश के कई हिस्सों में कोहरा व कड़ाके की ठंड तथा ओडिशा, छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश

आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में लोगों को शीतलहर से बचने की सलाह दी गई है

Dayanidhi

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर 140 से 160 समुद्री नॉट की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं लगातार चल रही हैं। इनकी वजह से उत्तर भारत में शीतलहर और कड़ाके की स्थिति बनी हुई है। अगले दो से तीन दिनों के दौरान जेट स्ट्रीम हवाओं की इसी तरह की तीव्रता जारी रहने का पूर्वानुमान है।

जेट स्ट्रीम हवाओं के चलते देश के तमाम हिस्सों में पारा लुढ़क रहा है। इसी बीच कल, पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़ और दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान तीन से सात डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। वहीं, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान आठ से 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है।

मौसम विभाग के मुताबिक, कल हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस नीचे रहा, जबकि, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों तथा उत्तर भारत के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब रहा।

कहां रहेगा ठंड का कहर?
जेट स्ट्रीम के कारण पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को सर्दी का भीषण प्रकोप झेलना पड़ सकता है। जबकि, राजस्थान और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में भी ठंड महसूस की जाएगी।

वहीं कल, पंजाब और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कड़ाके की ठंड का प्रकोप रहा, जबकि, बिहार के कई हिस्सों, दिल्ली और राजस्थान के कुछ हिस्सों, हरियाणा और चंडीगढ़ के अधिकांश हिस्सों में भी भारी ठंड महसूस की गई। वहीं कल, उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी काफी ठंडा दिन रहा।

शीतलहर चलने की बात करें तो आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में लोगों को शीतलहर से बचने की सलाह दी गई है

वहीं कल, राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को भीषण शीतलहर का सामना करना पड़ा। कल, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में शीतलहर महसूस की गई।

उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में पाला पड़ना लगातार जारी है, इसके चलते सबुह के समय भारी ठंड महसूस की जा रही है। वहीं कल भी उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में पाले का कहर रहा।

कहां होगी बारिश-बर्फबारी?
मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान के अनुसार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से पूर्वी विदर्भ तक पूर्वी हवाओं के ट्रफ और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के निचले स्तर पर एंटी-साइक्लोनिक प्रसार के कारण, अगले तीन से चार दिनों के दौरान ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है

कहा छाएगा कोहरा?
आने वाले कुछ दिनों, कम से कम 26 जनवरी तक देश के कई हिस्सों में कोहरे से छुटकारा मिलने वाला नहीं है। इनमें, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ तथा उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा छाने की आशंका जताई गई है।

राजस्थान और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, जम्मू के अलग-अलग इलाकों, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।

वहीं कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा छाने की वजह से लोगों को यातायात संबंधी समस्याओं का सामना करण पड़ा

वहीं कल, पंजाब और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा देखा गया, जबकि, हरियाणा-चंडीगढ़, पश्चिम राजस्थान और पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा छाया रहा। कल, जम्मू के अलग-अलग हिस्सों, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, झारखंड और तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया।

कल, कोहरे की वजह से जम्मू में दृश्यता 500 मीटर, पंजाब के पटियाला में दृश्यता 50 मीटर, हरियाणा के अंबाला में दृश्यता 200 मीटर, चंडीगढ़ और हिसार प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, दिल्ली के पालम और सफदरजंग प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, पश्चिमी राजस्थान के चूरू में दृश्यता 200 मीटर, गंगानगर और बीकानेर प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में दृश्यता 500 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दृश्यता 25 मीटर, प्रयागराज में दृश्यता 50 मीटर, बहराइच और गोरखपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर रही।

वहीं कल, बिहार के गया में दृश्यता 25 मीटर, पटना में दृश्यता 200 मीटर, भागलपुर और पूर्णिया प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, झारखंड के जमशेदपुर में दृश्यता 500 मीटर, पश्चिम बंगाल के बांकुरा में दृश्यता 200 मीटर, मालदा में दृश्यता 500 मीटर, तटीय आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दृश्यता 500 मीटर, त्रिपुरा के कैलाशहर में दृश्यता 50 मीटर और अगरतला में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, सोमालिया तट के साथ-साथ दक्षिण पश्चिम अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका है।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 21 जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल देश के मैदानी इलाकों हिसार (हरियाणा) में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, कुरनूल (रायलसीमा) और तिरुवनंतपुरम (केरल और माहे) में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।